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धनबाद पीएमसीएच में नेत्रदान कराने गए परिजनों की फजीहत, लगानी पड़ी गुहार

आंखें अनमोल हैं। दुनिया से जाते वक्त अपनी आंखें दूसरों को देकर उनका जीवन रोशन करें। कुछ इसी तरह की अपील के साथ सरकार और स्वयंसेवी संस्थाएं लोगों को नेत्रदान के लिए जागरूक कर रही हैं। वहीं अगर किसी को...

धनबाद पीएमसीएच में नेत्रदान कराने गए परिजनों की फजीहत, लगानी पड़ी गुहार
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 25 Aug 2016 04:47 PM
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आंखें अनमोल हैं। दुनिया से जाते वक्त अपनी आंखें दूसरों को देकर उनका जीवन रोशन करें। कुछ इसी तरह की अपील के साथ सरकार और स्वयंसेवी संस्थाएं लोगों को नेत्रदान के लिए जागरूक कर रही हैं। वहीं अगर किसी को नेत्रदान की तमन्ना है, तो इसके लिए मरने के बाद उसके परिजनों को सरकारी मशीनरी के चक्कर में पीसना पड़ रहा है। कुछ ऐसा ही वाकया बुधवार रात पीएमसीएच में देखने को मिला।

मृत्यु के ढाई घंटे इंतजार के बाद पीयूषकांत तरफदार का नेत्रदान हो सका। 80 वर्षीय पीयूष के परिजनों ने पीएमसीएच के आई बैंक के गेट को खुलवाने के लिए स्वास्थ्य मंत्री से लेकर धनबाद डीसी तक से पैरवी की। तब जाकर आई बैंक का दरवाजा खुला और समय रहते उनका नेत्र निकाला जा सका। पीयूष के परिजन अशोक दत्ता ने बताया कि जब वे पीएमसीएच के आई बैंक पहुंचे, तो कोई वहां मौजूद नहीं था। गेट खटखटाने के बाद कुछ लोग आए, तो पता चला कि चाभी ही नहीं मिल रही है। चाभी नहीं मिलने की बात हजम नहीं हुई, तब जाकर मंत्री से लेकर डीसी, मेयर सभी को फोन कर शिकायत की गई। ढाई घंटे खड़े रहने के बाद पीएमसीएच नेत्र विभाग के डॉक्टर रजनीकांत सिन्हा आए। उनके आते ही दरवाजा खोला गया और ऑपरेशन किया गया।

समय बीतते ही छूट रहे थे पसीने

पीयूष की मौत के बाद जैसे-जैसे समय बीत रहा था, वैसे-वैसे परिजनों के पसीने छूट रहे थे। सभी बेबस थे। उनका कहना था कि जब वे खुद से नेत्रदान करने के लिए उत्साहित हैं, तो सरकारी तंत्र ही फेल है। 

मौत के छह घंटे तक नेत्र सुरक्षित

मौत के छह घंटे के अंदर नेत्र (कार्निया) निकाला जाता है। छह घंटे बीत गए तो नेत्र प्रत्यारोपण नहीं हो सकता है। डॉक्टर के अनुसार छह घंटे तक नेत्र सही स्थिति में रहता है। 

दो लोगों को मिलेगी नई जिंदगी

नेत्रदान होने के बाद पीयूष की आंखों से दो लोगों को रोशनी मिलेगी। अस्पताल में जरूरतमंद लोगों की लिस्ट मौजूद है, अब प्रबंधन वैसे लोगों का मिलान करेगा, जिन्हें कार्निया सूट करे। 

इधर, गोविंदपुर में निकली जागरूकता रैली

मारवाड़ी महिला समिति की गोविन्दपुर शाखा ने संत महर्षि मेहीं विद्यालय में बच्चों के साथ नेत्रदान महादान पर रैली निकाली। अध्यक्ष सरोज सरिया ने उपस्थित लोगों से मरनोपरांत नेत्रदान का संकल्प दिलाया। मौके पर पदमा बुबना , सुनिता बंसल, रेणु दुदानी कुसुम सरिया , बिमला बंसल, मीना बंसल, प्रेमा अग्रवाल आदि मौजूद थी। 

फजीहत : पीयूषकांत के नेत्रदान कराने के लिए बुधवार रात को पीएमसीएच पहुंचे परिजन। 
जागरूकता : धनबाद के गोविंदपुर में नेत्रदान को लेकर निकाली गई जागरूकता रैली।
 

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