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बरवाडीह-चिरमिरी लाइन को मंजूरी

द्वितीय विश्वयुद्ध काल से लंबित बरवाडीह-अंबिकापुर रेललाइन का निर्माण अगले पांच सालों में पूरा हो जाएगा। इससे न सिर्फ पलामू के विकास में मदद मिलेगी, वरन कोलकाता से मुंबई की दूरी भी कम हो जाएगी। इस बात...

बरवाडीह-चिरमिरी लाइन को मंजूरी
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 10 Feb 2016 07:43 PM
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द्वितीय विश्वयुद्ध काल से लंबित बरवाडीह-अंबिकापुर रेललाइन का निर्माण अगले पांच सालों में पूरा हो जाएगा। इससे न सिर्फ पलामू के विकास में मदद मिलेगी, वरन कोलकाता से मुंबई की दूरी भी कम हो जाएगी। इस बात की जानकारी पूर्व सांसद जोरावर राम ने दी। बरवाडीह-चिरमिरी के बीच रेललाइन का प्रस्ताव अंग्रेज सरकार का था, जिसमें से चिरमिरी-अंबिकापुर के बीच तत्कालीन रेल मंत्री नीतीश कुमार की पहल पर निर्माण पूरा कर लिया गया है।

रेलवे और छत्तीसगढ़ के बीच करार
राम ने बताया कि अंबिकापुर-बरवाडीह के बीच निर्माण कार्य पूरा कराने के लिए रेलवे और छत्तीसगढ़ सरकार के बीच सहमति पत्र पर दस्तखत किए गए हैं। इसके अनुसार छत्तीसगढ़ सरकार 51 फीसदी और रेलवे 49 फीसदी राशि देगी। रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने भी इस परियोजना पर मुहर लगा दी है। प्रोजेक्ट पूरा करने के लिए पलामू और चतरा के सांसद तथा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री काफी दिनों से लगे थे।

1977 से की जा रही है मांग
इस रेललाइन के लिए 1977 से ही विभिन्न स्तरों पर आंदोलन होते रहे हैं। इस रेलखंड की कुल लंबाई 182 किमी है। इसमें से 50 किमी झारखंड में पड़ता है। इस रेलखंड के बन जाने से खनिजों की ढुलाई आसान हो जाएगी। पलामू के लिए विकास के नए द्वार खुलेंगे।
 

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