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बडी खबर: जेपीएससी से सी-सैट वापस

झारखंड सरकार ने झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) से सिविल सर्विस एप्टीट्यूड टेस्ट(सी-सैट) वापस लेने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने शुक्रवार को यह आदेश दिया। मुख्य सचिव राजीव गौबा की...

बडी खबर: जेपीएससी से सी-सैट वापस
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 04 Sep 2015 11:16 PM
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झारखंड सरकार ने झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) से सिविल सर्विस एप्टीट्यूड टेस्ट(सी-सैट) वापस लेने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने शुक्रवार को यह आदेश दिया। मुख्य सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने इस संबंध में जो अनुशंसा की थी, उसे सीएम ने मान लिया।

उच्च स्तरीय कमेटी ने सी-सैट परीक्षा पैटर्न के तहत द्वितीय पत्र की परीक्षा को समाप्त करने की अनुशंसा की। अब परीक्षार्थी 35 वर्ष की उम्र तक हर प्रतियोगिता परीक्षा में बैठ सकेंगे। सी-सैट को लेकर झारखंड के छात्र आंदोलनरत थे। जेपीएससी की छठी प्रतियोगिता परीक्षा इसी पद्धति के तहत होनेवाली थी। इस पद्धति से अंग्रेजी के छात्रों को काफी फायदा होता, जबकि हिंदी माध्यम के अभ्यर्थियों को कठिनाई होती। सरकार ने इंटरव्यू के लिए न्यूनतम 40 अंक की अनिवार्यता भी समाप्त कर दी है।
 
क्या है सीसैट 

सीसैट एक परीक्षा पद्धति है। इसमें द्वितीय पत्र के प्रश्न अंग्रेजी में पूछे जाने थे और उसके उत्तर भी अंग्रेजी में ही लिखे जाने थे। इस प्रणाली को जेपीएससी ने अपनाया। इसका विरोध पूरे राज्य में हुआ। सी-सैट को समाप्त करने की मांग को लेकर विधानसभा दो दिन तक ठप रही। सीएम ने सदन में उच्चस्तरीय कमेटी गठित करने और उसकी अनुशंसा को मानने की घोषणा की थी। सीएस की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने लगभग सभी प्रावधानों को समाप्त करने की अनुशंसा की।
 
अब पूर्व की भांति होगी परीक्षा

अब जेपीएससी प्रतियोगिता परीक्षा पूर्व की भांति लेगी।  इसके निर्देश भी सरकार के स्तर से दिए गए हैं। जल्द ही इस संबंध  में अधिसूचना जारी कर दी जाएगी।

क्यों रद्द करना पड़ा सी-सैट

जेपीएससी द्वारा छठी सिविल सर्विसेस परीक्षा नए सिलेबस के आधार पर ली जानी है।  पीटी की परीक्षा में दो-दो सौ नंबर के दो पेपर रखे गए हैं। इसमें एक पेपर समान्य ज्ञान का है। दूसरा पेपर सी-सैट का है। इसमें कांप्रिहेंशन, इंटर पर्सनल स्किल, कम्यूनिकेशन, लॉजिकल रीजनिंग, एनालिटिकल, डिसीजन मेकिंग, प्रॉब्लम सॉल्विंग, डाटा इंटरप्रेटेशन और मेंटल एबिलिटी से जुड़े सवाल पूछे जाने हैं। पहले पेपर में करेंट इवेंट, इतिहास, भूगोल, राजनीति शास्त्र, अर्थशास्त्र और सामान्य विज्ञान के प्रश्न पूछे जाएंगे। जेपीएससी पीटी की परीक्षा में दोनों पेपर का मार्क्स जोड़ेगा। वहीं यूपीएससी ने पेपर वन को सेलेक्शन का आधार बनाया है। पेपर टू में सिर्फ क्वालिफाइंग मार्क्स 33 फीसदी ही लाना है।

एक साथ कई विषय मिला दिए गए हैं

जेपीएससी की छठी परीक्षा के लिए कई विषय एक साथ मिला दिए गए हैं। पहले विषय के तहत इतिहास और भूगोल को एक साथ कर दिया गया है। दूसरे विषय में भारतीय राजनीति, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन और गुड गवर्नेंस को एक साथ किया गया है। तीसरे विषय में भारतीय अर्थशास्त्र, सस्टेनेबल डेवलपमेंट, ग्लोबलाइजेशन और आर्थिक सुधार को मर्ज किया गया है। चौथे पेपर में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और भारत में विज्ञान का विषय एक साथ कर दिया गया है। इसके अलावा 100 नंबर का लैंग्वेज पेपर रखा गया है।

वहीं एक पेपर सामान्य हिंदी और सामान्य अंग्रेजी का होगा। यह पेपर भी एक सौ नंबर का होगा। इसमें क्वालिफाइंग के लिए सिर्फ 30 नंबर लाना होगा। शेष सभी पेपर अनिवार्य होंगे। इंटरव्यू 100 नंबर का होगा। इसमें 40 फीसदी अंक लाना अनिवार्य होगा। कुल 11 सौ नंबर की परीक्षा होगी।
 

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