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संतोष थापा ने दी थी शानबाबू की हत्या की सुपारी

कांग्रेस नेता शानबाबू हत्याकांड का मास्टरमाइंड संतोष थापा ही है। शानबाबू की हत्या के लिए दो वर्ष पूर्व ही संतोष थापा ने योजना बना रखी थी। पुलिस रिमांड पर आया शानबाबू हत्याकांड के आरोपी संटू सिंह ने...

संतोष थापा ने दी थी शानबाबू की हत्या की सुपारी
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 05 Jan 2017 11:20 PM
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कांग्रेस नेता शानबाबू हत्याकांड का मास्टरमाइंड संतोष थापा ही है। शानबाबू की हत्या के लिए दो वर्ष पूर्व ही संतोष थापा ने योजना बना रखी थी। पुलिस रिमांड पर आया शानबाबू हत्याकांड के आरोपी संटू सिंह ने पुलिस को कई जानकारी दी। संटू सिंह ने पुलिस को बताया कि वारदात के दिन संतोष थापा के बागुननगर स्थित निर्माणाधीन मकान में वह भी मौजूद था। वहां पर शराब पीने के बाद पुन: सभी ने गोरा का होटल में शराब पी। यहां से सभी को हत्या करने का दायित्व सौंपा गया। संटू सिंह और नीनू श्रीवास्तव टोल प्लाजा से लेकर कदमा गोलचक्कर तक की जिम्मेवारी मिली। अगर यहां से बचकर निकल जाता है तो फिर छोटू राम को गोली मारने का दायित्व दिया गया। संटू ने पुलिस को बताया कि धीराजगंज में शानबाबू के रहते किसी की नहीं चलती थी। संतोष थापा को भी शक था कि शानबाबू राजू हेस्सा के संपर्क में है। उसे यह सूचना मिली थी कि शानबाबू ने उसे मारने के लिए राजू हेस्सा को सुपारी दी है। संटू सिंह को तीन जनवरी को घाघीडीह जेल से रिमांड पर लिया गया था। गुरुवार को उसे सरायकेला जेल भेज दिया गया। योजना बनाते समय चार लोगों को टोल रोड में भेजा गया। इनमें छोटू राम, आशीष गोराई, संटू सिंह तथा नीनू श्रीवास्तव शामिल थे। संतोष थापा ने संटू सिंह, नीनू श्रीवास्तव तथा छोटू राम को पिस्तौल दी। आशीष गोराई को गाड़ी चलाने को कहा गया। योजना बनने के बाद कदमा की ओर सिंटू सिंह तथा नीनू श्रीवास्तव शानबाबू का इंतजार कर रहे थे। वहां ये लोग गोली मारने मे असफल रहे, जबकि छोटू राम ने शानबाबू को गोली मार दी। योजना बनाने के बाद छोटू राम को खाने पीने के लिए 10 हजार नगद दिया था। शानबाबू हत्याकांड में नामजद अभियुक्त बिल्डर दिवाकर सिंह, प्रभाकर सिंह तथा धीराजगंज के रहने वाले पवन लोहार को जमानत मिल चुकी है। दिवाकर सिंह तथा प्रभाकर सिंह को उच्च न्यायालय से अग्रिम जमानत मिली है। पूछताछ के क्रम में संटू सिंह ने बताया कि जेल से छूटने के बाद संतोष थापा उसे अपनी एक्सयूवी गाड़ी से जेल से लेकर आया था। इसके बाद से वह संतोष थापा के साथ ही रह रहा था।

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