#WorldPhotographyDay: 10 तस्वीरें जिन्हें भुला देना है नामुमकिन
फोटो जिनमें कैद है दुनिया का इतिहास आज पूरी दुनिया वर्ल्ड फोटोग्राफी डे (#WorldPhotographyDay) मना रही है। फोटोग्राफी से जुड़ी रिसर्च तो काफी पहले शुरू हो गईं थीं लेकिन साल 1839 से प्रैक्टिकल
फोटो जिनमें कैद है दुनिया का इतिहास
आज पूरी दुनिया वर्ल्ड फोटोग्राफी डे (#WorldPhotographyDay) मना रही है। फोटोग्राफी से जुड़ी रिसर्च तो काफी पहले शुरू हो गईं थीं लेकिन साल 1839 से प्रैक्टिकल फोटोग्राफी अस्तित्व में आ गई थी। Louis Daguerre की साल 1838 में खींची गई 'Boulevard du Temple' को दुनिया की पहली फोटो के तौर पर याद किया जाता है, हालांकि इससे पहले भी कई असफल प्रयास किए जा चुके थे।
बहरहाल दुनिया में प्रोफेशनल फोटोग्राफी शुरू हुए अब तक करीब 177 साल हो चुके हैं। दुनिया इतनी बदल गयी है कि अगर पुरानी तस्वीरों से इसे पहचानने की कोशिश कि जाए तो अब ये संभव ही नहीं होगा। आज हम आपको बता रहे हैं उन 10 तस्वीरों के बारे में जो इतिहास में दर्ज हो गयी हैं:
#WorldPhotographyDay: 10 तस्वीरें जिन्हें भुला देना है नामुमकिन
1. केविन कार्टर:
साउथ अफ्रीका के मशहूर फोटोग्राफर केविन कार्टर ने साल 1993 में अकाल झेल रहे सूडान में ये तस्वीर ली थी। केविन की इस तस्वीर ने सूडान की हालत को दुनिया के सामने लाने में बड़ी भूमिका निभाई और उन्हें इसके लिए पुलित्जर पुरस्कार भी मिला। बाद में उन पर ये सवाल भी उठे कि उन्होंने बच्चे को बचाने की जगह फोटो खींचना ज्यादा ज़रूरी समझा। इस आरोप के बाद केविन डिप्रेशन के शिकार हो गए और बाद में उन्होंने आत्महत्या कर ली।
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2. थियेनमान स्क्वायर, चीन:
साल 1989 में चीन के थियेनमान स्क्वायर पर प्रोटेस्ट कर रहे स्टूडेंट्स पर चीनी आर्मी ने कड़े बल का प्रयोग किया, इस घटना में 100 से ज्यादा छात्रों की मौत हो गई। इसी दौरान चीनी सेना के टैंकों के सामने एक शख्स खड़ा हो गया। उनकी तस्वीरें न्यूजवीक के जर्नलिस्ट चार्ली कोल ने खींची। ये तस्वीर प्रतिरोध के रूप में फेमस हुई और चार्ली को इसके लिए वर्ल्ड प्रेस फोटो अवार्ड भी मिला।
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3. वर्ल्ड वार 2:
झंडे का रंग बदलकर इस तस्वीर का इस्तेमाल ज्यादातर सेनाएं करती मिल जाएंगी। लेकिन हम आपको बता दें कि ये असली तस्वीर अमेरिकी सेना की है जो वर्ल्ड वार 2 के वक़्त Joe Rosenthal ने साल 1945 में खींची थी। ये फोटो एकदम असली है और माउंट सुरिबची की फतह के दौरान ली गई थी।
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4. आर्मेनियन वीमेन सोल्जर:
ये तस्वीर आर्मेनियन वॉर की वीभत्सता को उजागर करती है। तस्वीर में एक 106 साल की महिला दिखाई दे रही हैं को कि जंग के दौरान परिवार की रक्षा के लिए तैनात है। ये तस्वीर साल 1990 में ली गई थी।
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5. एसिड इन पूल:
ये तस्वीर अमेरिका में ब्लैक लोगों के साथ होते आए भेदभाव को दर्शाती है। साल 1964 में खींची गई ये तस्वीर ब्लैक्स के प्रति अमानवीयता की जीती जागती मिसाल है। तस्वीर में होटल मालिक काले लोगों के स्विमिंग पूल में नहाने से नाराज़ है और इसलिए वो पूल में एसिड डाल रहा है।
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6. बॉय विद शूज:
ये तस्वीर सेकेंड वर्ल्ड वॉर के आखिरी दिनों में ली गई है। बता दें कि ऑस्ट्रिया इस जंग के दौरान पूरी तरह तबाह हो गया था। इस तस्वीर में एक बच्चा है जिसके जूते पूरी तरह फट गए हैं और नए जूते मिलने अपर वो ख़ुशी जाहिर कर रहा है।
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7. एडिनबर्ग हादसा:
सैम शेर ने ये फोटो साल 1937 में खींची थी। इस विमान को भविष्य का विमान कहा गया था लेकिन ये उड़ान के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिसमें 36 लोगों की मौत हो गई थी। बाद में इस हादसे को लेकर कई तरह की कोंस्पिरेसी थ्योरीज में सामने आई।
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8. वियतनाम युद्ध:
इस तस्वीर ने वियतनाम युद्ध कितना वीभत्स था ये सच्चाई दुनिया के सामने पेश की। ये फोटो साल 1972 में असोसिएट प्रेस के फोटोग्राफर निक यूटी ने खींची थी। इस तस्वीर को लेने के बाद निक इस बच्ची को अस्पताल भी लेकर गए थे।
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9. किसिंग सेलर:
ये दुनिया की सबसे आईकॉनिक तस्वीरों में से एक मानी जाती है। ये तस्वीर टाइम्स स्क्वायर की है। तस्वीर जब ली गई तब सेकेंड वर्ल्ड वॉर के ख़त्म होने की खुशियां मनाई जा रही थी और ये किस स्पॉट की गई। सालों तक किसी को पता नहीं चला कि ये अमेरिकन सेलर और नर्स कौन थे। साल 2005 में एक किताब आई और इन दोनों की पहचान जॉर्ज मेंडोसा और ग्रेटर जिम फ्रीडमैन के रूप में की गई।
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10. महामंदी:
ये तस्वीर 1930 में आई महामंदी के दौरान ली गई है। बता दें कि इस मंदी के दौरान यूरोप की ज्यादातर अर्थव्यवस्थाएं कंगाल हो गयीं थीं। ये उसी दौरान के एक क्रिसमस की है। तस्वीर में एक परिवार के बच्चे क्रिसमस डिनर में बंदगोभी और ब्रेड खाते दिख रहे हैं।
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