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सीरिया पर नई पाबंदी लगाने की तैयारी में अमेरिका

सीरिया पर अमेरिकी हमले के बाद मचे कूटनीतिक घमासान के बीच अमेरिका इस मध्यपूर्वी देश पर नई पाबंदियां लगाने की तैयारी कर रहा है। ट्रंप प्रशासन के अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा, इदलिब में हुए रासायनिक...

सीरिया पर नई पाबंदी लगाने की तैयारी में अमेरिका
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 08 Apr 2017 11:06 PM
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सीरिया पर अमेरिकी हमले के बाद मचे कूटनीतिक घमासान के बीच अमेरिका इस मध्यपूर्वी देश पर नई पाबंदियां लगाने की तैयारी कर रहा है। ट्रंप प्रशासन के अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा, इदलिब में हुए रासायनिक हमले को देखते हुए वाशिंगटन जल्द ही दमिश्क पर नई पाबंदियां लगाएगा। 

वित्त मंत्री स्टीव म्नुचिन ने कहा, हम सीरिया द्वारा इस तरह की गतिविधियों को रोकने के प्रयास के तहत उस पर अतिरिक्त पाबंदी लगाने की जल्द घोषणा करेंगे। हम इस तरह पाबंदी लगाएंगे कि उसका अधिकतम नतीजा निकले। पाबंदियों और अन्य वित्तीय खुफिया कार्यकलापों के संदर्भ में वित्त विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका है। 

वाणिज्य मंत्री विल्बुर रॉस ने कहा, गुरुवार के मिसाइल हमले में सीरियाई वायुसेना का 20 फीसदी हिस्सा नष्ट हो गया। विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने दावा किया कि गुरुवार का सैन्य अभियान बेहद सफल रहा। हालांकि सीरिया के रनवे नष्ट नहीं किए जा सके। वे इस तरीके से बने हैं कि नुकसान के कुछ घंटों बाद उनकी आसानी से मरम्मत की जा सकती है।

अमेरिका ने सीरिया पर नई पाबंदियां लगाने के बारे में एलान ऐसे समय किया है, जिससे पहले उसने गुरुवार को सीरिया पर 59 मिसाइलें दागी थीं। यह सीरिया का संकट शुरू होने के छह साल बाद यहां अमेरिका की पहली सीधी सैन्य कार्रवाई थी। उसने सीरिया के उन सैन्य ठिकानों पर हमला किया, जहां से रासायनिक हमले किए गए थे। 
अमेरिका का मानना है कि इदलिब में रासायनिक हमले खुद सीरिया सरकार ने कराए। वह इस हमले के लिए सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद को जिम्मेदार मान रहा है। 

सुरक्षा परिषद में अमेरिका और रूस में तनातनी 
सीरिया पर अमेरिकी हमले को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अमेरिका और रूस शुक्रवार को भिड़ गए। परिषद की आपात बैठक में अमेरिका ने अपने हमले को बिल्कुल उचित ठहराया। जबकि रूस ने कहा कि क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्थिरता के लिए इस हमले के गंभीर परिणाम हो सकते हैं। 

संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत निक्की हैले ने कहा, अमेरिकी कार्रवाई बेहद नपी-तुली और बिल्कुल उचित थी। हमलोग और कार्रवाई करने की तैयारी में हैं लेकिन हमें उम्मीद है कि इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी।  सभी सभ्य देश सीरिया में जारी भयावहता को खत्म करें और इसके राजनीतिक समाधान की मांग करें।  

उन्होंने रूस पर ईरान के साथ होने का आरोप लगाते हुए कहा, जब जब सीरिया के राष्ट्रपति असद ने मानवता की सीमा लांघी तब तब रूस असद के साथ खड़ा था। उसे सीरिया में संकट के लिए अपनी जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
हैले के जवाब में संयुक्त राष्ट्र में रूस के उप राजदूत व्लादिमीर सैफ्रोंकोव ने कहा, अमेरिका की इस कार्रवाई के नतीजे क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्थिरता के लिए बेहद घातक हो सकते हैं। अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस का संप्रभु सीरिया की वैध सरकार को उखाड़ फेंकने का बेहद बेहूदा विचार है। अमेरिका को अपनी कार्रवाई रोककर सीरिया में राजनीतिक समाधान की दिशा में किए जा रहे प्रयास में शामिल होना चाहिए।

ट्रंप का ताजा फैसला उनके पुराने रुख के खिलाफ नहीं 
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2013 में ट्वीट कर सीरिया में सैन्य कार्रवाई का विरोध किया था। लेकिन गुरुवार को उनके प्रशासन ने सीरिया पर मिसाइल दागने की इजाजत दी। इस संबंध में उनके उप सहायक सेबस्तियन गोरका ने ट्रंप का बचाव किया है। गोरका ने शुक्रवार को कहा, ट्रंप के 2013 में किए गए ट्वीट को उनके मौजूदा निर्णय के खिलाफ नहीं माना जाना चाहिए। उस वक्त वह राष्ट्रपति नहीं थे और अब वह तमाम अमेरिकी नागरिकों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार हैं।
हमले में चार बच्चों समेत 16 की मौत
सीरिया में आईएस के कब्जे वाले रक्का के निकट अमेरिका नीत गठबंधन सेना के संदिग्ध हवाई हमले में चार बच्चों सहित कम से कम 15 नागरिकों की मौत हो गई है। सीरियन आब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा कि हेनेदा में हुए हमले में कम से कम 17 अन्य लोग घायल भी हुए हैं। मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि कई घायलों की हालत गंभीर है। 

इस बीच, सीरिया के खान शेखुन नगर में संदिग्ध रासायनिक हमले के बाद शनिवार को फिर से हवाई हमला हुआ जिसमें एक महिला मारी गई। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि खान शेखुन पर यह हवाई हमला सीरियाई बलों ने किया या रूस ने। बीते मंगलवार खान शेखुन में हुए रासायनिक हमले में लगभग 100 लोग मारे गए थे। 

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