फोटो गैलरी

Hindi Newsपढ़े लिखों को आकर्षित कर रहा आईएस

पढ़े लिखों को आकर्षित कर रहा आईएस

खतरनाक अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) अब इराक और सीरिया से बाहर पैर पसारते हुए खाड़ी देशों में पैठ बढ़ाने की फिराक में जुट चुका है। वह इन देशों में रह रहे भारतीयों के माध्यम से...

पढ़े लिखों को आकर्षित कर रहा आईएस
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 20 Sep 2015 04:34 PM
ऐप पर पढ़ें

खतरनाक अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) अब इराक और सीरिया से बाहर पैर पसारते हुए खाड़ी देशों में पैठ बढ़ाने की फिराक में जुट चुका है। वह इन देशों में रह रहे भारतीयों के माध्यम से भारत पर निशाना साधने की तैयारी कर रहा है। खाड़ी देशों में बड़ी संख्या में भारतीय लंबे समय से रह रहे हैं इसलिए उसे भारत पर निशाना साधने के लिए यह रास्ता आसान नजर आता है।

सऊदी ने भी बढ़ाई सतर्कता
सऊदी अरब में पिछले कुछ महीनों में हुए विस्फोटों से वहां आईएस की सक्रियता बढ़ने के स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं। आईएस ने मस्जिदों में हुए विस्फोटों की जिम्मेदारी भी ली है। इन हमलों के बाद अब मक्का मदीना में हज के दौरान हमले की भी आशंका बढ़ गई है जिसे देखते हुए सऊदी सरकार ने हाजियों से सतर्क रहने के लिए कहा है।

यूएई में भारतीयों पर कड़ी नजर
संयुक्त अरब अमीरात ने चार भारतीय नागरिकों को आईएस से संबंधों के शक में हाल ही में भारत वापस भेजा था। रिपोर्टों के अनुसार, कुछ और भारतीयों पर भी वहां की सुरक्षा एजेंसियों ने कड़ी नजर रखी है। इनके खिलाफ यह कार्रवाई आईएस से जुड़ी प्रचार सामग्री सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के संदेह में की गई। सऊदी अरब में भी सरकार कुछ भारतीय नागरिकों पर आईएस से जुडे़ होने के संदेह में नजर रखे हुए है।

पढ़े लिखों को आईएस कर रहा आकर्षित
रिपार्टों में कहा गया है कि आईएस सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात में बड़े पैमाने पर भर्ती अभियान चलाने की योजना बना रहा है। इसके लिए वह उसकी विचारधारा से सहानुभूति रखने वाले विशेष रूप से पढे़ लिखे लोगों को आकर्षित कर रहा है। इस अभियान में उसका ध्यान भारतीय नागरिकों पर सबसे अधिक है।
       
चैटिंग साइटों से बढ़ा रहा दायरा

- खुफिया एजेंसियों को पता चला है कि आईएस को सोशल मीडिया पर गुप्त रूप से सक्रिय ब्लागों और चैटिंग साइट पर अच्छा खासा समर्थन मिल रहा है।
- आईएस एक आदर्श राज्य की स्थापना की बात कहकर लोगों को अपने साथ जोड़ रहा है।
- इसके लिए उसकी विचारधारा का प्रसार करने वाले तथाकथित प्रचारक इंजीनियर और डाक्टरों जैसे शिक्षित लोगों को भी अपने करीब ला रहे हैं।
- ये लोग पढे़ लिखे युवाओं को हिजरत (पलायन) करके जेहाद के लिए कमर कसने की ताकीद देते हैं।
- प्रभावित युवाओं को बताया जाता है कि जेहाद से ही आदर्श राज्य की स्थापना की जा सकती है।
      
खुफिया एजेंसियां हुईं सतर्क
सूत्रों के अनुसार सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात की सरकारें भले ही अभी आईएस के खतरे को इतनी गंभीरता से नहीं ले रही हों लेकिन वे इसे लेकर पूरी तरह सचेत हैं। भारत के साथ खूफिया सूचनाएं भी साझा करके इस मामले में सहयोग कर रही हैं। इन देशों ने इसी सहयोग के चलते कथित रूप से आईएस से जुड़े लोगों को भारत भेजा है। भारत में भी सुरक्षा तथा खुफिया एजेंसियां इस खतरे को लेकर सजग हैं। गृह मंत्रालय ने हाल ही में इस मुद्दे पर सुरक्षा एजेंसियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक में स्थिति का जायजा लिया है और इस खतरे से निपटने की रणनीति पर व्यापक विचार विमर्श किया है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें