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बेनजीर ने रोका था कारगिल जैसा हमला

पाकिस्तान सेना ने 1999 की गर्मियों से कई साल पहले ही भारत के खिलाफ कारगिल जैसे सैन्य अभियान की योजना बनाई थी। उस दौरान बेनजीर भुट्टो (वर्ष 1993-1996 तक) पाकिस्तान की प्रधानमंत्री थीं। बेनजीर ने इस...

बेनजीर ने रोका था कारगिल जैसा हमला
एजेंसीThu, 25 Jun 2015 10:21 PM
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पाकिस्तान सेना ने 1999 की गर्मियों से कई साल पहले ही भारत के खिलाफ कारगिल जैसे सैन्य अभियान की योजना बनाई थी। उस दौरान बेनजीर भुट्टो (वर्ष 1993-1996 तक) पाकिस्तान की प्रधानमंत्री थीं। बेनजीर ने इस योजना का विरोध किया था। यह खुलासा एक पूर्व राजनयिक ने अपनी किताब में किया है।

कराची में वर्ष 1992 से 94 तक भारत के महावाणिज्य दूत रहे राजीव डोगरा ने अपनी नई किताब 'वेयर बॉर्डर्स ब्लीड: ऐन इनसाइडर्स अकाउंट ऑफ इंडो-पाक रिलेशन्स' नामक इस किताब में भारत और पाक के बीच लगातार हुए विवादों का जिक्र किया गया है।

बेनजीर के एक इंटरव्यू के हिस्से के हवाले से डोगरा ने स्पष्ट किया कि किस तरह बेनजीर ने जनरल परवेज मुशर्रफ के इस ऑपरेशन वाले अभियान का विरोध किया था। मुशर्रफ ने अपने प्रस्ताव में पाकिस्तान की जीत और श्रीनगर पर कब्जे की खूबसूरत तस्वीर पेश की थी, लेकिन बेनजीर ने उनसे कहा था,'नहीं जनरल, अगर उन्हें (भारत को) श्रीनगर छोड़ने को कहा गया तो श्रीनगर से ही नहीं बल्कि आजाद कश्मीर से हमें भी हटना पड़ेगा। क्योंकि संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव के अनुसार पहले जनमत संग्रह होगा जो कि आजाद कश्मीर में भी होगा।'

किताब में यह भी दावा किया गया है कि ऐतिहासिक दिल्ली-लाहौर बस सेवा शुरू करने वाले भारतीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का स्वागत करते समय पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ जानते थे कि पाक सैनिक कारगिल युद्ध करने जा रही हैं। किताब में यह जिक्र भी है कि अटल बिहारी को गले लगाते समय बस के नजदीक नवाज शरीफ साफ तौर पर असहज दिख रहे थे।

शरीफ को 1993 मुंबई हमले के बारे में था पता
कराची में भारत के महावाणिज्य दूत रहे राजीव डोगरा ने अपनी किताब में यह भी दावा किया कि तत्कालीन पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को पहले ही 1993 के मुुंबई धामकों के बारे में पता था और उन्होंने दरअसल इसके लिए मंजूरी दी थी। डोगरा का दावा है कि 1994 में कराची में मुलाकात के दौरान पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट के एक पूर्व न्यायाधीश ने इस बारे में उन्हें बताया था।

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