खराब जीवनशैली से महिलाओं में बढ़ रहा 6 गुना अधिक कैंसर का खतरा
भागदौड़ भरी दिनचर्या हमारे स्वास्थ्य पर कितना खराब असर पड़ता है, यह तो हम सभी जानते हैं। शोधकर्ताओं ने दावा किया है पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में खराब जीवनशैली छह गुना तक अधिक कैंसर का कारक बन रही...
भागदौड़ भरी दिनचर्या हमारे स्वास्थ्य पर कितना खराब असर पड़ता है, यह तो हम सभी जानते हैं। शोधकर्ताओं ने दावा किया है पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में खराब जीवनशैली छह गुना तक अधिक कैंसर का कारक बन रही है।
मोटापा, मद्यपान और धूम्रपान इसके प्रमुख कारण समझे जा रहे हैं। इनके कारण अंडाशय, लीवर, फेफड़े और स्तन कैंसर के मामलों में अगले 20 वर्षों में इजाफा होने की आशंका जताई गई है। ब्रिटेन के कैंसर रिसर्च के मुताबिक महिलाओं में 2035 तक 3.2 फीसदी तक कैंसर के मामलों में बढ़ोतरी की आशंका है। हालांकि इसी अवधि में पुरुषों में कैंसर होने का खतरा बढ़ने की आशंका महज 0.5 फीसदी तक है।
अब तक हुए शोधों में पुरुषों में कैंसर होने का खतरा अधिक रहता था, मगर अब यह क्रम बदल रहा है। 2014 से 2035 के बीच इस बीमारी के आकलन से पता चलता है कि इस अवधि में 45 लाख महिलाएं, जबकि 48 लाख पुरुष कैंसर से पीड़ित होंगे। विशेषज्ञ इसके लिए महिलाओं में धूम्रपान और मद्यपान की बढ़ती आदत को वजह बता रहे हैं। इसके कारण उनमें यकृत फेफड़े और मुंह का कैंसर बढ़ने की आशंका भी बढ़ी है। मोटापा पहले ही महिलाओं से संबंधित कैंसर की बड़ी वजह रहा है। अत्यधिक वजन वाली महिलाओं में स्तन, बच्चेदानी और अंडाशय कैंसर के लिए ऑस्ट्रोजेन हार्मोन पर पड़ने वाले प्रभाव को वजह माना जाता रहा है।
शोधकर्ता डॉक्टर रेबेका स्मिटेनार के मुताबिक अकेले ब्रिटेन में पिछले कुछ वर्षों में मोटापे की दर बढ़ने के साथ ही इससे संबंधित कैंसर के मामले भी बढ़े हैं। इसके अलावा धूम्रपान करने वाली महिलाओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है, जिससे इसके मामले भी बढ़ना लाजमी है।