टनकपुर में खनन सामग्री से लदे वाहनों के आगे लेट गए लोग
गांव के बीच से खनन सामग्री लदे वाहनों को रूट बदलने की मांग पर अड़े नायकगोट के ग्रामीण मंगलवार को वाहनों के आगे लेट गए। इसके कारण वहां दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई। ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन और...
गांव के बीच से खनन सामग्री लदे वाहनों को रूट बदलने की मांग पर अड़े नायकगोट के ग्रामीण मंगलवार को वाहनों के आगे लेट गए। इसके कारण वहां दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई। ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी करते हुए प्रशासन पर भी गंभीर आरोप लगाए। इस बीच चालकों और ग्रामीणों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने लोगों को बमुश्किल शांत कराकर वाहनों को आवागमन सुचारू कराया। मंगलवार सुबह ही खनन गेट खुलते ही नायकगोठ के सभी ग्रामीणों ने गांव के मार्ग में जाम लगाकर दिया। खनन सामग्री लेकर आ रहे वाहनों के आगे भी लोग लेट गए। ग्रामीणों का कहना था कि गांव से नन्हे मुन्हे बच्चे इसी मार्ग से होते हुए स्कूल जाते हैं। सकरी सड़क होने के कारण यहां एक बार में केवल एक ही वाहन आ-जा सकता है। कम चौड़ाई के कारण यहां दूसरे वाहन को पास देने के लिए जगह नहीं बचती है। बेधड़क चलने वाले खनन वाहनों से उनके बच्चों की जान हमेशा शासत में पड़ी रहती है। वहीं दूसरी ओर वाहनों की वजह से उड़ने वाली धूल से खासतौर पर सड़क किनारे बने मकानों में रहने वाले लोगों का स्वास्थ्य खराब होने के आशंका बनी रहती है। ग्राम प्रधान रेनू देवी ने कहा कि इस सम्बन्ध में प्रशासनिक अधिकारियों को कई बार अवगत करा दिया है। बावजूद इसके उनकी बातों पर अमल नहीं किया जा रहा है। आरोप लगाया कि इस रुख को देखकर लग रहा की प्रशासन कोई बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में एसडीएम अनिल कुमार चन्याल ने बैठक बुलाई है। बैठक में ग्रामीणों की समस्याओं को रखा जायेगा। चेतावनी दी कि खनन से लदे वाहनों का रूट नहीं बदला जाता है तो वह उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। पुलिस ने फिलहाल ग्रामीणों को शांत करा लिया है।