हल्द्वानी में रेलवे जमीन पर अतिक्रमण के सीमांकन को पहुंची टीम का विरोध
हल्द्वानी रेलवे स्टेशन की जमीन पर अतिक्रमण के दूसरे चरण में सीमांकन करने पहुंची रेलवे और जिला प्रशासन की टीम को राजनीतिक दलों और स्थानीय जनता के विरोध का सामना करना पड़ा। टीम जैसे ही वनभूलपुरा थाने से...

हल्द्वानी रेलवे स्टेशन की जमीन पर अतिक्रमण के दूसरे चरण में सीमांकन करने पहुंची रेलवे और जिला प्रशासन की टीम को राजनीतिक दलों और स्थानीय जनता के विरोध का सामना करना पड़ा। टीम जैसे ही वनभूलपुरा थाने से सीमांकन के लिए निकली, बाहर जमा भीड़ ने विरोध शुरू कर दिया, लेकिन विरोध अलग-अलग राजनीतिक खेमों में बंटा रहा।
एक तरफ कांग्रेसी कार्यकर्ता मंडी समिति के अध्यक्ष सुमित हृदयेश और दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री मतीन सिद्दीकी के नेतृत्व में नारेबाजी करने लगे तो दूसरी तरफ सपा नेता शुऐब अहमद, वनभूलपुरा संघर्ष समिति के उवैस राजा रेलवे और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। जबकि बसपा कार्यकर्त्ताओं ने शकील अहमद के नेतृत्व में प्रदर्शन किया। हालांकि सिटी मजिस्ट्रेट केके मिश्रा, एसडीएम एपी वाजपेयी और पुलिस के अधिकारियों ने विरोध कर रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वो नहीं माने। गुरुवार को दूसरे चरण में इंदिरानगर का सीमांकन होना था।
600 मीटर का हो चुका है सीमांकन
पहले चरण में 17 नवंबर को रेलवे टीम ने जिला प्रशासन की मौजूदगी में गफूर बस्ती, ढोलक बस्ती, किदवई नगर, वेस्टीगंज इलाके में करीब 600 मीटर का सीमांकन किया था, लेकिन सीमांकन की जद में आए लोगों का आरोप है कि रेलवे का सीमांकन पूरी तरह से गलत है।
देर से पहुंची प्रशासन की टीम
बुधवार को इंदिरा नगर में होने वाले सीमांकन को लेकर जिला प्रशासन और रेलवे अधिकारियों के बीच चार दिसम्बर को बैठक हुई थी। इसके बावजूद रेलवे अधिकारी दोपहर 12 बजे तक जिला प्रशासन का इंतजार करते रहे। करीब 12:30 प्रशासन के लोग पहुंचे। इससे प्रशासन की नियत पर भी सवाल उठ रहे हैं।
