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पानी की लाइन बिछाने पर दो पक्ष भिड़े

-अरावली विहार में पाइप लाइन बिछाने को लेकर बढ़ा विवाद, पार्षद और निगम अधिकारियों ने मौके पर पहुंच काम रोकाफरीदाबाद। वरिष्ठ संवाददाता तापमान बढ़ने के साथ ही शहर में पेयजल की किल्लत बढ़ने लगी है।...

पानी की लाइन बिछाने पर दो पक्ष भिड़े
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 23 Feb 2017 07:40 PM
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-अरावली विहार में पाइप लाइन बिछाने को लेकर बढ़ा विवाद, पार्षद और निगम अधिकारियों ने मौके पर पहुंच काम रोका

फरीदाबाद। वरिष्ठ संवाददाता

तापमान बढ़ने के साथ ही शहर में पेयजल की किल्लत बढ़ने लगी है। गुरुवार को अरावली विहार में पानी को लेकर दो पक्ष आपस में भिड़ गए। पानी की पाइप लाइन बिछाने को लेकर शुरू हुआ यह विवाद इतना बढ़ गया कि स्थानीय पार्षद राकेश भड़ाना और नगर निगम के अधीक्षण अभियंता समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे। लोगों के विरोध के मद्देनजर अधिकारियों ने नए ट्यूबवेल से पाइप लाइन अरावली विहार तक बिछाने का भरोसा दिया, जबकि दूसरा पक्ष पानी के लिए अड़ा हुआ है। मामला अभी शांत नहीं हुआ है और पाइप बिछाने का काम बीच में रोक दिया गया है।

दरअसल, सैनिक कॉलोनी और अरावली विहार अरावली पर्वत शृंखलाओं के बीच बसे हैं। अरावली विहार नगर निगम की कॉलोनी है, जबकि सैनिक कॉलोनी एक सोसाइटी के तहत है। अरावली विहार की मुख्य सड़क, पेयजल की पाइप लाइन और सीवर लाइन सैनिक कॉलोनी से होकर गुजरती है। आरोप है कि सैनिक कॉलोनी क्षेत्र में बने अरावली विहार के पांच मकानों के लोग पानी रोक देते हैं। ऐसे में पानी ऊंचाई पर बसे अरावली विहार में जाने के बजाए सैनिक कॉलोनी इलाके में चला जाता है। बीते आठ महीने से अरावली विहार के लोग पेयजल किल्लत झेल रहे हैं। नगर निगम भी यहां समस्या का समाधान करने के बजाए टैंकरों से पेयजल आपूर्ति करता है। पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण यहां पानी की पर्याप्त उपलब्धता नहीं है। ट्यूबवेल भी करीब 500 फुट गहरे तक लगे हैं। नगर निगम ने नया ट्यूबवेल लगाया भी, लेकिन पाइपलाइन नहीं बिछा सका, इसलिए विवाद बढ़ता गया। सुबह काम शुरू और दोपहर बाद एक बार फिर राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते काम बंद कर दिया।

महिलाओं ने संभाली विरोध की कमान :

अरावली विहार में पेयजल संकट के समाधान कराने की कमान पूरी तरह से महिलाओं ने संभाली है। महिलाओं का दावा है कि अरावली विहार नगर निगम की कॉलोनी है और नागरिकों ने अपने सभी टैक्स नगर निगम को अदा किए हैं। ऐसे में नगर निगम के कुछ अधिकारी अरावली विहार के बजाए सैनिक कॉलोनी की ओर बसे पांच भवन मालिकों की चिंता करते हैं और पानी सैनिक कॉलोनी को दे रहे हैं।

रेनीवेल परियोजना से है उम्मीद :

नगर निगम प्रशासन पेयजल आपूर्ति संकट दूर करने के लिए रेनीवेल परियोजना पर नजरे टिकाए हुए है। यहां की पाईप लाइन को रेनीवेल से भी जोड़ा गया है, लेकिन इसके ट्रायल का भरोसा तीन महीने से दिया जा रहा है। लोगों का कहना है कि ट्यूबवेल से ही काम नहीं चलेगा, बल्कि रेनीवेल का पानी भी नगर निगम को तुरंत उपलब्ध कराना चाहिए।

वर्षा जलसंचय का इंतजाम नहीं किया :

सरकारें और नगर निगम प्रशासन नियम तो बनाते हैं, लेकिन उसे लागू नहीं करवा पाते हैं। नगर निगम की इस कॉलोनी अरावली विहार में वर्षा जलसंचय का कोई इंतजाम नहीं किया गया है, जबकि बिल्डिंग प्लान में इसे जरूरी किया गया है। 100 गज से ऊपर रकबे में बनने वाले मकान में वर्षा जलसंचय बेहद जरूरी है। इसके बिना नगर निगम या हुडा नक्शा पास नहीं कर सकता है।

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प्रतिक्रिया

सुभाष चौधरी: हम भी तो अरावली विहार में हैं। हम पांच घरों को भी पानी चाहिए। पाइप लाइन में वॉल्व लगा दिए जाते हैं। फिल्हाल पार्षद की बात मान ली है, इसलिए चुप हैं, लेकिन पानी तो चाहिए।

विभा मिश्रा: बीते आठ महीने से अरावली विहार के लोग पेयजल संकट झेल रहे हैं। ऊंचाई पर पानी नहीं चढ़ता है। नया ट्यूबवेल हमारे लिए लगाया गया है। इसमें सैनिक कॉलोनी की ओर कनेक्शन नहीं होने देंगे।

विकास वांचू: कई बार अधिकारियों से रेनीवेल के पानी की मांग कर चुके है। रेनीवेल का पानी भी अरावली विहार तक नहीं पहुंचने दिया जा रहा है। कई समस्या तो नगर निगम के कारण खड़ी हुई है।

ममता वर्मा: पानी टैंकरों से खरीदना पड़ता है। इलाके में पानी नहीं पहुंचता है। ट्यूबवेल का पानी पीछे ही रोक लिया जाता है। नए ट्यूबवेल से पाइप लाइन अरावली विहार की गलियों में जानी चाहिए।

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आने वाले दिनों में इन इलाकों में हो सकती है पानी के लिए मारामारी

एसजीएम नगर, डबुआ कॉलोनी, जवाहर कॉलोनी, गाजीपुर इलाका, पर्वतीया कॉलोनी, संजय कॉलोनी, सैनिक कॉलोनी, अरावली विहार, जमाई कॉलोनी, बड़खल के इलाके, एनआईटी का काफी हिस्सा, लकड़पुर इलाका, दयालपुर व ग्रीन फील्ड इलाका आदि

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शहर में पानी की उपलब्धता और मांग :

पानी की मांग:-करीब 266.60 एमएलडी

पानी उपलबध:-करीब 201 एमएलडी

पानी की कमी:-66 एमएलडी

प्रति व्यक्ति पानी की जरूरत-180 लीटर

कुल ट्यूबवेल-1392

रैनीवेल की संख्या:5

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राकेश भड़ाना, पार्षद:

पानी सभी को चाहिए। इलाके में पानी की बहुत किल्लत है। नगर निगम ने जानबूझकर समस्या खड़ी की है। अभी दोनों पक्षों को समझा दिया गया है।

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