अवैध रूप से बन रहे तीन मकान सील, नागरिकों ने किया विरोध
नगर निगम के प्रवर्तन दस्ते ने शुक्रवार को झाड़सा स्थित मोहियाल कालोनी में अवैध रूप से बनाए जा रहे तीन मकान सील कर दिए हैं। यह तीनों मकान बिना नक्सा पास कराए बनाए जा रहे थे। तीनों ही मकानों...
नगर निगम के प्रवर्तन दस्ते ने शुक्रवार को झाड़सा स्थित मोहियाल कॉलोनी में अवैध रूप से बनाए जा रहे तीन मकान सील किए। तीनों मकान बिना नक्शा पास कराए बनाए जा रहे थे। तीनों ही मकानों के लिए तीन मंजिल का ढांचा भी तैयार कर लिया गया था। निगम अधिकारियों ने तीनों भवन निर्माताओं के खिलाफ सदर थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया है।
निगम अधिकारियों के मुताबिक मोहियाल कॉलोनी में अवैध रूप से भवन निर्माण की सूचना गुरुवार को ही मिल गई थी। इसके बाद निगम अधिकारियों ने तीनों भवनों की गोपनीय पड़ताल करवाई। पुष्टि होने पर शुक्रवार को मौके पर पहुंचकर तीनों भवनों को सील कर दिया। कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर इकट्ठा हो गए और विरोध करने का प्रयास किया। हालांकि कार्रवाई के दौरान मौजूद पुलिसकर्मियों ने सभी को खदेड़ दिया। इस दौरान वजीराबाद के नायब तहसीलदार रूपेन्द्र कुमार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट के रूप में मौजूद थे। कार्रवाई के बाद निगम के सहायक अभियंता राजीव यादव ने सदर थाना पुलिस में तीनों भवन निर्माताओं के खिलाफ अवैध निर्माण करने एवं निगम की कार्रवाई में बाधा डालने का मामला दर्ज कराया है।
पहले भी जारी हो चुका है नोटिस
अवैध निर्माण की सूचना पर निगम अधिकारियों ने पिछले दिनों तीनों भवन निर्माताओं नरेन्द्र, पिंकी कौशिक तथा बिजेन्द्र कौशिक को नोटिस जारी किया था। इसमें तीनों को तत्काल काम बंद करने एवं भवन निर्माण संबंधी दस्तावेजों के साथ निगम कार्यालय में उपस्थित होने को कहा गया था। निगम अधिकारियों के मुताबिक इस नोटिस के बाद भी भवन निर्माताओं ने न तो काम बंद किया। न ही निगम कार्यालय में अपने दस्तावेज दिखाए। मौके पर पहुंचे निगम अधिकारियों ने उनसे बिल्डिंग प्लान मांगा तो तीनों भड़क उठे।
पूरी तैयारी के साथ पहुंची थी टीम
निगम अधिकारियों को कार्रवाई के दौरान विरोध की आशंका पहले से थी। ऐसे में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए वजीराबाद के तहसीलदार को बतौर ड्यूटी मजिस्ट्रेट के रूप में भेजा गया था। वहीं किसी भी तरह की हिंसक गतिविधियों से निपटने के लिए सदर थाना प्रभारी विजय कुमार के नेतृत्व में 50 से अधिक पुलिस के जवानों की भी तैनाती की गई थी।