जिला खेल विभाग की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों में छिपी प्रतिभाओं को तराशने के लिए मैपिंग का काम शुरू किया गया है। जिस क्षेत्र में जिस खेल के खिलाड़ी ज्यादा होंगे, उस क्षेत्र में उस खेल की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। अधिकारियों की मानें तो दो से तीन दिन के भीतर सर्वे पूरा करके मुख्यालय में रिपोर्ट भेजी जाएगी ताकि इसके आधार पर आगामी कदम उठाए जा सकें।
खेल विभाग का मानना है कि क्षेत्र के हिसाब से खिलाड़ियों में किसी एक खेल को लेकर खास रूझान होता है। मसलन, किसी क्षेत्र में कबड्डी के खिलाड़ी ज्यादा मिलते हैं तो किसी क्षेत्र में कुश्ती के खिलाड़ियों की संख्या ज्यादा होती है। किसी क्षेत्र में बैडमिंटन, किसी में एथलेटिक्स, किसी में तीरंदाजी तो किसी में किसी अन्य खेल को लेकर ज्यादा दिलचस्पी हो सकता है। कहीं प्रशिक्षक उपलब्ध हैं तो पर्याप्त खिलाड़ी नहीं मिलते और जहां खिलाड़ियों की संख्या ज्यादा होती है, वहां प्रशिक्षक नहीं होते। इस हालात पर काबू पाने के लिए खेल विभाग ने मैपिंग का काम शुरू कराया है।
इसके तहत क्षेत्रवार खिलाड़ियों का रूझान पता किया जा रहा है कि वे किस खेल में रुचि रखते हैं। इससे खेल विभाग को संबंधित क्षेत्र में ज्यादा पसंद किए जाने वाले खेल में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी। जिला खेल अधिकारी परसराम ने बताया कि ब्लॉक स्तर पर सभी प्रशिक्षकों को मैपिंग करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रशिक्षक यह रिपोर्ट जिला खेल विभाग को उपलब्ध कराएंगे। अगले सप्ताह में यह रिपोर्ट मुख्यालय भेज दी जाएगी ताकि क्षेत्रवार खेल रुचि के हिसाब से वहां पर जरुरी संसाधन उपलब्ध कराए जा सकें।