गुरुद्रोण की नगरी में शिक्षकों की कमी
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कुछ स्कूल ऐसे हैं, जिनमें नियमित एक भी शिक्षक नहीं हैं, दूसरे स्कूलों के शिक्षकों को भेजकर अस्थाई रूप से काम चलाया जा रहा
गुरुग्राम
मनोज धर द्विवेदी
गुरुग्राम खंड में शिक्षकों की कमी के कारण शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है। ब्लॉक में 131 राजकीय प्राथमिक स्कूल में कमोवेश शिक्षकों के पद लंबे समय से खाली पड़े हुए हैं। कुछ स्कूल तो ऐसे भी हैं,जिनमें नियमित एक भी शिक्षक नहीं हैं। ऐसे में सहजता से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इन स्कूलों में पठन पाठन का स्तर क्या होगा।
प्रदेश सरकार सरकारी स्कूलों में गुणात्मक शिक्षा को लेकर कई कदम उठा रही है। जिसमें छात्रों को कक्षा के अनुरूप शिक्षा के स्तर को बनाने और कौशल विकास के लिए 'स्किल पासबुक और कैचअप' जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। ऐसे में स्कूलों में शिक्षकों की कमी से सरकारी योजनाओं को लागू करने में अधिकारियों के साथ स्कूल प्रभारी को कठिनाईयां आ रही है। किसी प्रकार से स्कूल संचालित किए जा रहे हैं। स्थाई शिक्षक न होने से दूसरे स्कूलों के शिक्षकों को भेजकर अस्थाई रूप से काम चलाया जा रहा है। ऐसे में कई शिक्षण परियोजनाओं को अच्छे तरीके से लागू नहीं किया जा पा रहा है।
गौरतलब है कि पिछले साल सरकार ने जूनियर बेसिक टीचर खनी जेबीटी का ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिया था। जिससे गुरुग्राम खंड के अधिकांश स्कूलों के शिक्षकों का ट्रांसफर दूसरे खंडों में हो गया था। तबादला नीति के तय नियमों के अनुसार तबादला वाले शिक्षकों को गुरुग्राम खंड में नहीं लगाया जा सकता है। ऐसे में इन स्कूलों पर नियमित शिक्षकों की तैनाती नहीं हो सकी। लिहाजा खंड के अधिकांश स्कूल शिक्षकविहीन हो गए। स्कूलों में पठन-पाठन बनाए रखने के लिए अधिकारियों को डेपूटेशन पर इन स्कूलों पर शिक्षकों को लगाया गया है। दूसरी ओर सभी राजकीय प्राथमिक स्कूलों में शिक्षण अधिगम अभियान चलाया जा रहा है।
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जिन स्कूलों पर शिक्षकों के पद खाली हैं,वहां पर डेपुटेशन पर शिक्षकों को लगाया गया है। नए जेबीटी शिक्षक मिलने से इस समस्या को काफी हद तक दूर किया जा सकेगा। विभाग शिक्षण कार्य को लेकर गंभीर है।
राम कुमार फलसवाल,डीईईओ-फोटो
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नई तबादला नीति के कारण प्राथमिक स्कूलों में पठन पाठन प्रभावित हुआ है। गुरुग्राम ब्लॉक के स्कूलों के शिक्षकों को सोहना,पटौदी और फर्रुखनगर ब्लॉक में भेज दिया गया। इससे लंबे समय से शिक्षण कार्य बाधित है। नए जेबीटी को गांव में भेजने और पुराने को शहर में सरकार को बुलाना चाहिए।
मुकेश यादव,पूर्व सचिव,प्राथमिक संघ-फोटो
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सरकार की नई तबादला नीति में पहले से खामी थी। जिसका सबसे अधिक प्रभाव गुरुग्राम ब्लॉक पर पड़ा है। सरकार से दोबारा तबादला नीति के जोन में बदलाव करने की मांग की गई है। जिससे इस समस्या को दूर किया जा सके। सरकार अनदेखी से शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा हैं।
तरुण सुहाग,जिला प्रधान प्राथमिक संघ-फोटो
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खंड के कुछ प्राथमिक स्कूलों के नाम-
स्कूल का नाम कुल पद खाली
मौलाहेडा 14 08
एसपी घोसी 09 06
नाथूपुर बी 08 06
कन्हई गांव 06 06
सिलोखरा 10 09
सुशांतलोक 04 04
सरहौल 14 06
चक्करपुर 18 14
वजीराबाद गर्ल्स 08 08
घाटा 07 05
एमपी झाड़सा 12 11
इंदिरा कालोनी 07 06
तिगरा 06 05
डीएलएफ-1 08 06
सस्कृति स्कूल-43 08 06
सनसिटी 05 03
नाथुपूर-जी 10 08
कन्हई 06 04
वजीराबाद 06 06
मौलाहेडा गर्ल्स- 15 12