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गुरुग्राम में ऑन लाइन धोखाधड़ी में75 फीसदी शिकार पढ़े-लिखे

टैगजालसाजीगुरुग्राममनोज धर द्विवेदीसाइबर सिटी में बैकिंग, क्रेडिट/ डेबिट कार्ड, इंटरनेट समेत अन्य प्रकार के साइबर क्राइम के इस साल मार्च तक करीब 844 मामले सामने आ चुके हैं। औसतन रोजाना दस शिकायतें...

गुरुग्राम में ऑन लाइन धोखाधड़ी में75 फीसदी शिकार पढ़े-लिखे
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 06 Apr 2017 06:20 PM
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जालसाजी

गुरुग्राम

मनोज धर द्विवेदी

साइबर सिटी में बैकिंग, क्रेडिट/ डेबिट कार्ड, इंटरनेट समेत अन्य प्रकार के साइबर क्राइम के इस साल मार्च तक करीब 844 मामले सामने आ चुके हैं। औसतन रोजाना दस शिकायतें सेल को मिली। साइबर सेल की जांच पर करीब 75 मामलों में एफआईआर दर्ज हो चुकी है। पुलिस के मुताबिक धोखाधड़ी के शिकार हुए लोगों में 75 फीसदी पढ़े-लिखे लोग हैं। इसमें पुलिस,डॉक्टर, बैंककर्मी, निजी कंपनियों के कर्मचारी समेत अन्य लोग शामिल हैं।

पिछले साल नोटबंदी के बाद से ही सरकार ऑनलाइन लेन-देन पर जोर दे रही है। जिसके बाद लोगों में विभिन्न माध्यमों से ऑनलाइन पेमेंट कर रहे हैं लेकिन इसके साथ ही जालसाजी के मामले भी बढ़ रहे हैं। बदमाश लोगों को विभिन्न प्रकार से झांसे में लेकर ऑनलाइन ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।

मिली जानकारी के अनुसार अधिकांश मामलों में आरोपी फर्जी बैंक कर्मी बनकर, कार्ड की क्लोनिंग, एटीएम ब्लॉक करने के बहाने, आधार कार्ड जुड़वाने, स्कीम मिलने समेत अन्य प्रकार का प्रलोभन देकर चंद सेकेंड में खाते को खाली कर देते हैं। प्रदेश की आर्थिक राजधानी गुरुग्राम में साइबर सेल को औसत करीब दस मामले रोजाना आ रहे हैं। इस साल जनवरी से मार्च तक करीब 844 शिकायतें साइबर सेल को मिल चुकी हैं। जिसमें ऑनलाइन बैकिंग, क्रेडिट/ डेबिट कार्ड और इंटरनेट से धोखाधड़ी के करीब 450 मामले हैं।

बदमाश नए तरीके अपना रहे हैं-

डीसीपी अपराध सुमीत कुमार ने कहा कि गुरुग्राम पुलिस साइबर सेल के मामलों को लेकर गंभीर है। गुरुग्राम पुलिस अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर की भी शिकायतों की जांच कर रही है। ऐसी करीब 40 फीसदी शिकायतें है। डीसीपी ने बताया कि बदमाश ठगी के नए-नए प्रयोग अपना रहे हैं। अब आरोपी मोबाइल कंपनी के नाम पर फोन कर कुछ बटन दबाने का कहते हैं और मोबाइल को हैक कर जानकारी ले लेते हैं। ऐसे में लोगों को किसी भी अनजान व्यक्ति को बैंक, मोबाइल,ओटीपी समेत अन्य जानकारी साझा न करें। डीसीपी ने कहा कि साइबर सेल नाइजीनियर,फर्जी कॉल सेंटर,आई कंपनी से डाटा चोरी और कई बड़े आईटी से संबंधित मामलों का खुलासा कर चुकी है। गुरुग्राम पुलिस साइबर अपराधों के लिए एटीएम सेल,साइबर सेल मोबाइल के लिए,साइबर सेल और स्टेट साइबर सेल बना हुआ है।

पढे लिखों को बना रहे हैं निशाना

साइबर ठगी शिकायत 75-80 फीसदी लोग पढ़े लिखे होते हैं। आरोपी फोन कर एटीएम,क्रेडिट कार्ड,आधार कार्ड जोड़ने समेत अन्य प्रकार के ऑफर देने के नाम पर खाते की जानकारी लेकर चंद सेकेंड में खाते साफ कर देते हैं। इसमें पुलिस,डॉक्टर, इंजीनियर, निजी कंपनियों के कर्मचारी,शिक्षक समेत अन्य शामिल है।

बरतें सावधानी-

-क्रेडिट और डेबिट कार्ड की जानकारी किसी ने शेयर न करे

-क्रेडिट,डेबिट कार्ड और आधार से संबंधित कॉल बैंक कभी नहीं करते

-ईमेल पर आए मैसेज पर क्लीक न करे

-एटीएम बूथ में पैसे निकालते वक्त किसी का सहयोग न ले

इस सामले के प्रमुख मामले-

-ऑन लाइन बैकिंग, क्रेडिट/ डेबिट कार्ड-450,फेसबुक-90,नौकरी के नाम पर-20, फोन/ वाट्सअप पर गंदे कॉल-40 और ईमेल हैकिंग-30 मामले।

इनसेट-

इस साल मार्च तक की शिकायतें-844

इस साल के दर्ज मामले-75

पिछले साल की शिकायतें- 2500

पिछले साल के दर्ज मामले-425

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