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सफाई में साइबर सिटी झटका, फरीदाबाद से भी पिछड़े

राज्य की आर्थिक राजधानी और स्मार्ट सिटी की दौड़ में शामिल साइबर सिटी को स्वच्छता सर्वेक्षण 2017 में जोर का झटका लगा है। शीर्ष-15 में आने की तैयारी कर रहे गुरुग्राम केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय की ओर...

सफाई में साइबर सिटी झटका, फरीदाबाद से भी पिछड़े
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 04 May 2017 09:11 PM
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राज्य की आर्थिक राजधानी और स्मार्ट सिटी की दौड़ में शामिल साइबर सिटी को स्वच्छता सर्वेक्षण 2017 में जोर का झटका लगा है। शीर्ष-15 में आने की तैयारी कर रहे गुरुग्राम केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय की ओर से जारी ताजा सर्वेक्षण में 112वां स्थान हासिल हुआ। जिले को करनाल और फरीदाबाद जैसे शहरों से पीछे होना पड़ा है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के चुनावी क्षेत्र करनाल को 65वीं रैंकिंग मिली है तो वहीं फरीदाबाद 88 वें स्थान पर है। पिछले साल के सर्वेक्षण में फरीदाबाद को 51वीं रैंक मिली थी। गुरुग्राम 36वें नंबर पर रहा था, हालांकि 2016 के सर्वेक्षण में कुल 73 शहरों ने हिस्सा लिया था। इस बार सर्वेक्षण में देशभर के 434 शहर ने प्रतिस्पर्धा की थी।

1212 रहा ओवर ऑल स्कोर

स्वच्छता सर्वेक्षण में शहर को 2000 में कुल 1214 अंक हासिल हुए, जबकि करनाल और फरीदाबाद को ओवरऑल स्कोर क्रमश: 1348 और 1277 रहा। पिछले साल शहर को 1194 अंक हासिल हुए थे। सूची में शीर्ष में रहे इंदौर को 1808 अंक हासिल हुए। इस बार के सर्वेक्षण में कुल 5569 नागरिकों के फीडबेक लिया गया। शहर के कार्य क्षमता विकास में 23 अंक मिले हैं। स्वच्छता सर्वेक्षण में शहर को जागरूकता अभियानों और लोगों को रुख बदलने में 50 में से सिर्फ 13 अंक हासिल हुए हैं जबकि इस मामले में करनाल को 30 अंक मिले हैं। गुरुग्राम नगर निगम (एमसीजी)शहर की सफाई हर महीने तकरीबन एक करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि खर्च करता है। एमसीजी के अधिकारियों का कहना है शहर को साफ बनाने के लिए जन-भागीदारी भी बढ़ाई जाएगी। लोगों के व्यक्तिगत स्तर पर जागरूक होने पर भी सफाई में बढ़ोतरी होगी। शहर में अभी कूड़े के निस्तारण और इकट्ठा करने की कोई ठोस व्यवस्था नहीं है।

बड़ा इलाका निगम में नहीं:

गुरुग्राम नगर निगम के सामने बड़ी चुनौती यह है कि शहर में प्राइवेट कॉलोनाइजर काफी हैं। इनमें साफ-सफाई की व्यवस्था निगम के पास नहीं है। राज्य सरकार ने हाल ही में पांच प्राइवेट कॉलोनियां निगम को दी हैं और ऐलान किया है कि धीरे-धीरे सभी कॉलोनियां निगम को दी जाएंगी।

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पांच स्तर पर चल रहा काम : वी उमांशकर

गुरुग्राम को स्वच्छता सर्वेक्षण में 112वां स्थान मिलने पर निगमायुक्त वी उमांशकर कहते हैं कि इस बार के सर्वेक्षण से बहुत उम्मीद नहीं थी, क्योंकि शहर की सफाई से जुड़ी परियोजनाएं अब शुरू हो रही हैं। अगले एक साल में लोगों का बदलाव नजर आएगा। उन्होंने कहा सर्वेक्षण सफाई की स्थिति को लेकर आईना दिखाता है। उन्होंने कहा हम पांच मोर्चों पर काम कर रहे हैं। इनमें पहला है बंधवाड़ी प्रोजेक्ट को शुरू करना। इसका टेंडर जुलाई तक अवॉर्ड होने की उम्मीद है। इसके शुरू होने घर-घर से कूड़ा एकत्रीकरण शुरू हो सकेगा। दूसरा है जिस स्थान पर कूड़ा पैदा हो उसी जगह पर उसका निस्तारण हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इस पर काफी कम हो रहा है हाउसिंग सोसाइटी सहयोग कर रही हैं। तीसरा महत्वपूर्ण बिंदु है सड़कों की सफाई। इसका टेंडर एक साल अटका पड़ा था। अब इसकी कार्ययोजना बनाई जा रही है। चौथा कदम है मलबा एकत्रीकरण। उन्होंने बताया कि इसके लिए बसई में संयंत्र बनाया गया है। इसका काम 10 मई से शुरू हो जाएगा। इसके बाद पूरे शहर से एक बार जहां भी मलबा है उसे उठाया जाएगा। निगमायुक्त ने कहा कि पांच कदम हैं खुले में शौच से मुक्ति, इसकी कार्ययोजना 30 सितंबर तक बना ली जाएगी।

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कुछ श्रेणी में सुधरी है स्थिति:

श्रेणी 2016 2017

ओपन डिफेक्सन फ्री टाउन (50) 39 85

वेस्ट मैनेजमेंट- डोर टू डोर,स्वीपिंग,कलेक्शन/ ट्रांसपोटेशन (400) 302 313

वेस्ट मैनेजमेंट-निस्तारण और डिस्पोजल 75/ 200 156

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