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लोन देने के नाम पर ठगी करने वाले गाजियाबाद से दबोचे

फोन करके ऑनलाइन लोन देने के नाम पर ठगी करने वाले सगे भाइयों को पुलिस ने गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया। इन दोनों के खिलाफ साइबर क्राइम की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया। रामनगर...

लोन देने के नाम पर ठगी करने वाले गाजियाबाद से दबोचे
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 08 Jan 2016 08:46 PM
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फोन करके ऑनलाइन लोन देने के नाम पर ठगी करने वाले सगे भाइयों को पुलिस ने गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया। इन दोनों के खिलाफ साइबर क्राइम की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया।

रामनगर के पपेंद्र कुमार की रोडवेज से अनुबंधित बसें चलती हैं। उन्होंने अक्टूबर 2015 में अपने साथ 2,97, 800 रुपए की ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पपेंद्र कुमार ने एसपी को बताया था कि उनके पास गाजियाबाद से अलग-अलग नामों से फोन आए। सभी ने अपने आप को इंश्योरेंस कंपनी का एजेंट बताते हुए उन्हें बिना ब्याज के लोन देने का झांसा दिया।

फोन करने वालों ने कहा कि वह लोन की रकम का एडवांस में भुगतान करेंगे, जिसकी वापसी किश्तों में होगी। फोन करने वालों ने उन्हें ऑनलाइन एक खाता नंबर दिया, जिसमें पपेंद्र से मार्जिन मनी के नाम पर रुपए जमा करने को कहा। लालच में आकर उन्होंने थोड़ा-थोड़ा कर 2,97, 800 रुपए जमा कर दिए। इसका उन्हें बकायदा कागज भी भेजा गया, पर लोन नहीं मिला। एसपी बबलू कुमार ने इसे ठगी का मामला मानते हुए विवेचना कैंट चौकी इंचार्ज आरके शर्मा को सौंपी थी।

जांच में पता चला कि आईसीआईसीआई व एक्सिस बैंक के खातों में सबसे ज्यादा आदान प्रदान हुआ। इस पूरे खेल में हरियाणा के जिला जिंद के थाना जुलान क्षेत्र के आशीष कुमार व उसके भाई सचिन कुमार का नाम सामने आया। जो वर्तमान समय में गाजियाबाद के थाना इंदिरापुरम में रह रहे थे, पर सही लोकेशन नहीं मिल रही थी। एसपी ने सर्विलांस की मदद ली, जिसके बाद दोनों पकड़ में आ गए।
 
नौकरी से निकाले जाने के बाद शुरू की ठगी
एसपी बबलू कुमार ने बताया कि दोनों भाईयों ने बी-कॉम तक पढ़ाई की है। यह दोनों गाजियाबाद की एक इंश्योरेंस कंपनी में कार्यरत थे। 2014 में दोनों की नौकरी किसी कारण चली गई। जिसको लेकर इन लोगों ने ऑन लाइन ठगी करने का तरीका अपनाया। अलग-अलग नामों से सिम का प्रयोग कर लोगों से रुपए डलवाए। ई-मेल आईडी के जरिए ठगे गए लोगों को फर्जी रसीदें भेजीं। एसपी ने बताया कि दोनों को जेल भेज दिया है।

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