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पतंजलि के डीजीएम की होटल में संदिग्ध मौत

फ्लैग- अंबेडकर रोड के होटल के बाथरूम में शुक्रवार को मिला शव,- हरिद्वार में आईटी विभाग में थे तैनात- मुंह व नाक से निकला खून, घर वालों के बगैर जानकारी के रह रहे थे होटल में - अवंतिका के रहने वाले थे...

पतंजलि के डीजीएम की होटल में संदिग्ध मौत
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 24 Feb 2017 07:31 PM
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फ्लैग- अंबेडकर रोड के होटल के बाथरूम में शुक्रवार को मिला शव,- हरिद्वार में आईटी विभाग में थे तैनात

- मुंह व नाक से निकला खून, घर वालों के बगैर जानकारी के रह रहे थे होटल में

- अवंतिका के रहने वाले थे डीजीएम, मधुमेह और उच्च रक्तचाप से पीड़ित थे

पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के उपमहाप्रबंधक (डीजीएम) की संदिग्ध परिस्थितियों में एक होटल में मौत हो गई। अंबेडकर रोड स्थित एक होटल के बाथरूम में उनका शव मिला। शुक्रवार सुबह जब होटल के कर्मचारी ने देखा तब पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया दिया है। होटल में दिए गए आईडी के आधार पर उनकी पहचान हुई और घरवाले मौके पर पहुंचे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत के कारणों का पता चल पाएगा। सिहानी गेट पुलिस मामले की जांच कर रही है।

अवंतिका, गाजियाबाद निवासी 46 वर्षीय प्रताप वार्ष्णेय हरिद्वार स्थित पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के आईटी विभाग में उपमहाप्रबंधक थे। उनका पूरा परिवार अवंतिका में रहता है और वह छुट्टी के दौरान हरिद्वार से अवंतिका आते थे। 19 फरवरी को वह गाजियाबाद आए और अंबेडकर रोड स्थित सिटी लॉज होटल के कमरा नंबर 205 में रुके। शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे होटल कर्मचारी मोनू पानी देने उनके कमरे में गया। दरवाजा खुला हुआ था और कमरे के अंदर जब वह नहीं दिखे, तो मोनू बाथरूम की तरफ झांका। वहां बाथरूम की सीट पर औंधे मुंह गिरे हुए थे। उनके नाम व मुंह से खून निकल रहा था। मोनू ने तुरंत ही इसकी सूचना अपने मालिक और पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंचकर वार्ष्णेय को अस्पताल ले गए। जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

मधुमेह व उच्च रक्तचाप के शिकार थे डीजीएम

डीजीएम प्रताप वाषर्णेय उच्च रक्तचाप व मधुमेह से पीड़ित थे। वह काफी दिनों से परेशान भी रह रहे थे। परिजनों का कहना है कि वह हाल के दिनों में काफी कमजोर हो गए थे और प्रतिरोधक क्षमता भी कम हो गई थी। वह छुट्टी में हरिद्वार से गाजियाबाद आते थे। परिजनों का कहना था कि जब घर आते थे तो उनकी बीमारी से पत्नी व बेटा सेवा करते थे। बेटे का मार्च में बोर्ड एग्जाम है। इस कारण इस बार वह घर न आकर होटल में रूक गए। ताकि बेटे की पढ़ाई में खलल न पड़े।

19 फरवरी से थे होटल में

होटल सिटी लॉज से मिली जानकारी के अनुसार वह 19 फरवरी की सुबह 11 बजकर 40 मिनट पर होटल में आए। उन्होंने आईडी के रूप में आधार कार्ड दिया और रजिस्टर पर अपना नाम सही लिखा लेकिन पता आगरा का दिया। वह मूल रूप से आगरा के थे। छह दिन बाद भी उन्होंने होटल का पेमेंट नहीं दिया था। होटल कर्मचारी पेमेंट मांगने गया था। साथ में पानी भी ले गया था। जब वह कमरे में पहुंचा तब उनका शव मिला।

होटल से कभी कभी निकलते थे

होटल के कर्मचारियों ने बताया वह पिछले छह दिनों से रह रहे थे। वह अधिकतर वक्त अपने कमरे में ही लेटे रहते थे और कभी कभी बाहर निकलते थे। थोड़ी देर में ही फल लेकर अपने कमरे में आ जाते थे। होटल मालिक रमेश चंद्र शर्मा ने बताया कि पुलिस ने कमरे को सील कर लिया है और डीजीएम के मोबाइल सहित अन्य सामान अपने साथ ले गई है।

पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पाएगा। पुलिस की टीम मामले की जांच में जुटी है और घरवालों से बातचीत कर रही है।

मनीष मिश्र, क्षेत्राधिकारी द्वितीय

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