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पुन: संशोधित:एडीबी गया वाटर प्रोजेक्ट को शुरू होने में बार-बार लगा रहा है टेंडर का ग्रहण

376.21 करोड़ रुपए फेज वन और टू पर होंगे खर्चफेज वन का टेंडर प्रकाशित, फेज टू के लिए पुन: निविदाबुडको बनाई गई है योजना की क्रिर्यान्यवन एजेंसीगया। गया शहर की सबसे महत्वपूर्ण जलापूर्ति योजनाओं में से एक...

पुन: संशोधित:एडीबी गया वाटर प्रोजेक्ट को शुरू होने में बार-बार लगा रहा है टेंडर का ग्रहण
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 29 Nov 2016 08:33 PM
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376.21 करोड़ रुपए फेज वन और टू पर होंगे खर्च

फेज वन का टेंडर प्रकाशित, फेज टू के लिए पुन: निविदा

बुडको बनाई गई है योजना की क्रिर्यान्यवन एजेंसी

गया।

गया शहर की सबसे महत्वपूर्ण जलापूर्ति योजनाओं में से एक एशियन डेवलपमेंट बैंक की गया वाटर सप्लाई योजना के शुरू होने में ग्रहण लग गया है। ऐसे में यह योजना कब शुरू होगी, यह अधिकारी भी ठीक-ठीक नहीं कह पा रहे हैं। इस बात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि फेज व फेज टू के टेंडर की तिथि बुडको ने बढ़ा दी है। इसके पहले टेंडर प्रकाशित होने के बाद भी एक भी कंपनी ने इसमें रुचि नहीं दिखाई थी।

हाल ही में इस योजना के फेज टू के लिए प्री बिड हुआ है। इसके अलावा फेज वन के लिए भी टेंडर हो चुका है। टेंडर नहीं खुलने को लेकर परेशान योजना की क्रिर्यान्यवन एजेंसी बुडको ने निविदा की तिथि पांच दिसंबर तक बढ़ा दी है। नगर विकास एवं आवास विभाग ने तमाम औपचारिकताएं पूरी करने के बाद इसी वर्ष प्रोजेक्ट वन और टू के क्रिर्यान्यवन और उस पर होने वाले खर्च 376.21 को प्रशासनिक स्वीकृति दे दी है। बता दें कि अगर टेंडर समय -सीमा के अंदर नहीं हो पाता तो एडीबी पैसा वापस ले सकता है।

सातों दिन पानी मिलेगा

इस योजना का मुख्य उद्देश्य शहर के प्रत्येक नागरिक को 24 घंटे और सातों दिन 135 लीटर पानी प्रतिदिन उपलब्ध कराना है। इसके लिए सभी ग्राहकों को मीटर का कनेक्शन दिया जाएगा। जिसका चार्ज ग्राहकों को देना होगा, ताकि शहर में पानी की बरबादी पर पूरी तरह से रोक लगाई जा सके। फिलवक्त नगर निगम 27 एमएलडी पानी उपलब्ध करा है, इस योजना के तहत उसे बढ़ाकर 132 एमएलडी करना है। फिलवक्त सिर्फ 40 फीसद घरों को ही नगर निगम जल मुहैया करा पा रहा है।

क्या कहते हैं अधिकारी

यह बहुत ही महत्वपूर्ण योजना है। इसके पहले जब टेंडर प्रकाशित हुआ था, तो एक भी आवेदन नहीं आया था। इस दफा टेंडर की तिथि पांच दिसंबर तक बढ़ा दी गई है। पूरी उम्मीद है कि आने वाले वित्तीय वर्ष में काम शुरू हो जाएगा।

वीरेन्द्र कुमार, चीफ इंजीनियर, गया एडीबी वाटर प्रोजेक्ट

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