कभी अपनी मुस्कान से भी डरती थी शबाना
अपनी पहली ही फिल्म 'अंकुर' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का 'राष्ट्रीय पुरस्कार' हासिल करने वाली शबाना आज बॉलीवुड की पहचान के रूप में जानी जाती हैं। 1950 में जन्मी शबाना आज 66 साल
अपनी पहली ही फिल्म 'अंकुर' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का 'राष्ट्रीय पुरस्कार' हासिल करने वाली शबाना आज बॉलीवुड की पहचान के रूप में जानी जाती हैं। 1950 में जन्मी शबाना आज 66 साल की हो गई हैं। शबाना के जन्मदिन के इस मौके आइये जानते हैं उनसे जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें।
कभी अपनी मुस्कान से भी डरती थी शबाना
शानदार करियर
1974 में 'अंकुर' फिल्म से अपने करियर की शुरुआत करने वाली शबाना आजमी अब तक 100 से अधिक हिंदी फिल्में कर चुकी हैं। शबाना आजमी बांग्ला फिल्मों में भी अपने अभिनय का जादू दिखा चुकी हैं।
कभी अपनी मुस्कान से भी डरती थी शबाना
पहली ही फिल्म के लिए मिला राष्ट्रीय पुरुस्कार
शबाना को उनकी पहली ही फिल्म 'अंकुर' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का 'राष्ट्रीय पुरस्कार' मिला था। इसके बाद 1983 से 1985 तक लगातार वह तीन सालों तक सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजी गई थी।
कभी अपनी मुस्कान से भी डरती थी शबाना
कभी अपनी मुस्कान से भी डरती थी
बॉलीवुड की यह मशहूर अभिनेत्री किसी जमाने में अपनी हंसी को लेकर बहुत झिझकती थी। दरअसल, शबाना को डर लगता था कि उनके उभड़े हुए दांतों का मजाक उड़ाया जाएगा। लेकिन एक बार महेश भट्ट ने उनसे कहा 'मुस्कराहट आँखों से होती है, दांतों से इसका कोई वास्ता नहीं होता है।' इसके बाद शबाना ने अपनी मुस्कराहट से डरना छोड़ दिया।
कभी अपनी मुस्कान से भी डरती थी शबाना
जावेद अख्तर से शादी के लिए नहीं राजी थे माता-पिता
प्रगतिशील परिवार से ताल्लुक रखने के बावजूद शबाना को जावेद अख्तर से शादी के लिए पारिवारिक विरोध का सामना करना पड़ा था। शबाना के माता-पिता शुरुआत में शबाना और जावेद अख्तर की शादी के विरोध में थे। जावेद पहले से विवाहित थे और उनके दो बच्चें भी थे, यह बात शबाना के माता-पिता को पसंद नहीं आई थी।
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पिता के बेहद करीब थी
जाने माने उर्दू कवि कैफी आजमी की बेटी शबाना आजमी अपने पिता के बेहद करीब थी। उनकी माँ शौकत आजमी लेखिका और इंडियन थिएटर की कलाकार थी। अभिनय की प्रतिभा शबाना को अपनी मां से विरासत में मिली है।
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रंगमंच से भी है गहरा लगाव
फिल्मों के अलावा शबाना आजमी का रंगमंच से भी गहरा वास्ता रहा है। वह अपने पिता कैफी आजमी के साथ भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा) में हमेशा सक्रिय रही हैं। आज भी शबाना इप्टा में अपनी भूमिका अदा करती दिखती हैं ।
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इन बेहतरीन फिल्मों में दिखाया अभिनय का जादू
अंकुर, निशांत, शतरंज के खिलाड़ी, खेल खिलाड़ी का,हिरा और पत्थर, परवरिश, कर्म, आधा दिन आधी रात, स्वामी, देवता ,जालिम,अतिथि ,स्वर्ग-नरक, थोड़ी बेवफाई स्पर्श अमरदीप ,बगुला-भगत, अर्थ, अपने पराये, मासूम,लोग क्या कहेंगे, दूसरी दुल्हन गंगवा, कल्पवृक्ष, पार, कामयाब ,द ब्यूटीफुल नाइट, मैं आजाद हूँ, इतिहास, चौक एण्ड डस्टर, नीरजा जैसी बेहतरीन फिल्मों में अपने अभिनय का जलवा दिखा चुकी हैं ।
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FTII से एक्टिंग का कोर्स कर चुकी हैं शबाना
शबाना फिल्म एंड टेलिविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (FTII) की विद्यार्थी रही हैं। उन्होंने सेंट जेवियर कॉलेज से मनोविज्ञान में बीए के बाद FTII से एक्टिंग का कोर्स किया था।
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