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डोरेमॉन से आतंकित मुल्क के कार्टून

फितरत जानता हूं टीवी चैनलों की। ये पाकिस्तान से न दुश्मनी चाहते हैं और न दोस्ती, ये सिर्फ टीआरपी चाहते हैं। इन दिनों पाकिस्तान के इलाके बलूचिस्तान पर मार मची हुई है न्यूज चैनलों...

डोरेमॉन से आतंकित मुल्क के कार्टून
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 30 Aug 2016 09:19 PM
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फितरत जानता हूं टीवी चैनलों की। ये पाकिस्तान से न दुश्मनी चाहते हैं और न दोस्ती, ये सिर्फ टीआरपी चाहते हैं। इन दिनों पाकिस्तान के इलाके बलूचिस्तान पर मार मची हुई है न्यूज चैनलों में। 

बलूचिस्तान को नक्शे में तलाशने में असमर्थ टीवी एक्सपर्ट भी बता रहे हैं कि वहां पर कहां-कैसे कब्जा करना चाहिए। सुरक्षा एक्सपर्ट के नाम से जो बंदा टीवी पर यह सब बता रहा था, वह कुछ दिन पहले भूतों से सुरक्षा के उपाय बता रहा था, और उससे पहले लू से सुरक्षा के।

पाकिस्तान के टीवी चैनलों पर आने वाले सुरक्षा एक्सपर्ट भारतीय एक्सपर्टों के मुकाबले बहुत ज्यादा कॉमेडियन होते हैं। उन्हें यह उपाय भी पब्लिक को बताने पड़ते हैं कि पाक को उन अमेरिकी ड्रोनों के हमलों से कैसे सुरक्षा दी जाए, जिन हमलों से पाकिस्तानी नेता व आर्मी अफसर तक पाक को सुरक्षा देना नहीं चाहते। वैसे ब्रह्मांड का कोई भी सुरक्षा एक्सपर्ट यह नहीं बता सकता कि पाकिस्तान को पाक नेताओं और पाक आर्मी से सुरक्षा कैसे दी जाए?
मौसम बदलता है, तो भारत-पाक दोस्ती पर टीआरपी मिलने लग जाती है। 

एक दौर में तमाम टीवी एंकर भारत-पाक का विलय तक कराने को तैयार थे। मैं विलय की बातें सुनकर खौफ में आ गया था। हर वह बंदा भारत-पाक विलय से खौफ खाता है, जिसने पाकिस्तानी फिल्में, संगीत देख-सुन रखा है। नहीं पाकिस्तान नहीं, तुम भारत में नहीं मिलना। वरना हमारे घटियापन के मानक और गिर जाएंगे। अभी हम उदय चोपड़ा और तुषार कपूर की फिल्मों को घटियापने की टॉप कसौटी मानते हैं। पाकिस्तानी फिल्में देखकर तुषार कपूर को एक्टिंग का नेशनल अवॉर्ड देने तक का मन करने लगेगा। 

अभी पाकिस्तान के बड़े नेता व पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की पार्टी ने विरोध किया कि हिंदी में डब किए एक डोरेमॉन कार्टून के सीरियल पाकिस्तान के लिए खतरा हैं। हिंदी के डोरेमॉन कार्टून से डरने वाले नेता ब्रह्मांड के सबसे बड़े कार्टून माने जा सकते हैं। लेकिन नहीं, इमरान समेत तमाम पाक नेता खुद को कार्टूनों के नहीं, आतंकियों के करीब दिखना पसंद करते हैं। 
आलोक पुराणिक

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