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आयुर्वेद विवि में भर्तियों पर रिपोर्ट तलब

मुख्य निर्वाचन अधिकारी राधा रतूड़ी ने आयुर्वेद विश्व विद्यालय में संशोधित भर्तियों के विज्ञिप्त जारी करने पर रिपोर्ट तलब की है। उन्होंने मुख्य सचिव एस रामास्वामी से भी संबंधित पत्रावलियों की जानकारी...

आयुर्वेद विवि में भर्तियों पर रिपोर्ट तलब
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 31 Jan 2017 06:47 AM
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मुख्य निर्वाचन अधिकारी राधा रतूड़ी ने आयुर्वेद विश्व विद्यालय में संशोधित भर्तियों के विज्ञिप्त जारी करने पर रिपोर्ट तलब की है। उन्होंने मुख्य सचिव एस रामास्वामी से भी संबंधित पत्रावलियों की जानकारी मांगी है।

भाजपा ने एक दिन पहले अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. नीरज खैरवाल के समक्ष यह शिकायत उठाई। भाजपा का कहना है कि आचार संहिता के दौरान आयुर्वेद विवि में नर्सिंग व तकनीकी स्टाफ की भर्ती को संशोधित विज्ञप्ति निकाली है। सरकार ने बेरोजगारों को प्रलोभन देने के लिए जान बूझकर यह षड़यंत्र किया। भाजपा ने भर्तियों पर रोक लगाने की मांग उठाई थी।

सोमवार को मुख्य निर्वाचन अधिकारी राधा रतूड़ी ने इस शिकायत का संज्ञान लिया। उन्होंने बताया कि आयुर्वेद विवि से इस बारे में रिपोर्ट मांगी है। मुख्य सचिव से भी संबंधित फाइल के पत्रावली की भी जानकारी मांगी है। मुख्य सचिव ने सीईओ को जानकारी दी कि सबंधित फाइल अभी राज्यपाल को भेजी गई है।

उधर, सूत्रों ने बताया कि राज्य सरकार को भर्तियों की संशोधित विज्ञप्ति मजबूरी में निकालनी पड़ी। केंद्र ने फैकल्टियों में पर्याप्त स्टॉफ न होने पर नई सीटों की मान्यता खत्म करने की चेतावनी दी थी।

200 बूथों पर वेबकास्ट
राज्य के 200 से ज्यादा बूथों पर मतदान के दिन वेब कास्ट होगा। कोई भी व्यक्ति निर्वाचन विभाग की वेबसाइट अपलोड कर उस दिन मतदान की हर गतिविधि ऑनलाइन देख सकेगा। सीईओ रतूड़ी ने बताया कि जिला निर्वाचन अधिकारियों से ऐसे बूथों का ब्योरा मांगा गया है फिलहाल लगभग 200 बूथों का वेबकास्ट का निर्णय लिया है।

रेंडेमाइजेशन चार दिन पहले
निर्वाचन आयोग ने उत्तराखंड में पोलिंग पार्टियों को दूरस्थ क्षेत्रों में भेजने के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी रेंडेमाइजेशन तरीके से करने के लिए दो दिन पहले करने की अनुमति दे दी है। वैसे दो दिन पहले ही रेंडेमाइजेशन प्रक्रिया से ड्यूटी लगती हैं,लेकिन उत्तराखंड के भौगोलिक परिस्थितियों के मद्देनजर यह मतदान से चार दिन पहले रेंडेमाइजेशन हो सकेगा।

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