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व्यापारियों ने एमडीडीए कार्यालय में की नारेबाजी

इंदिरा मार्केट रि-डवलपमेंट स्कीम में विस्थापित होने जा रहे व्यापारियों का एक गुट सोमवार को एमडीडीए कार्यालय वार्ता के लिए गया। लेकिन समय न मिलने से खफा व्यापारी बाहर ही धरने में बैठ कर और नारेबाजी...

व्यापारियों ने एमडीडीए कार्यालय में की नारेबाजी
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 19 Dec 2016 06:20 PM
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इंदिरा मार्केट रि-डवलपमेंट स्कीम में विस्थापित होने जा रहे व्यापारियों का एक गुट सोमवार को एमडीडीए कार्यालय वार्ता के लिए गया। लेकिन समय न मिलने से खफा व्यापारी बाहर ही धरने में बैठ कर और नारेबाजी करने लगे। व्यापारियों ने एमडीडीए पर उत्पीड़न का आरोप लगाया।

एमडीडीए इंदिरा मार्केट में रि-डवपलमेंट स्कीम तक एक विशाल शापिंग कांप्लेक्स बनाने जा रहा है। जिसमें इंदिरा मार्केट के व्यापारी शिफ्ट किये जाएंगे। इस विस्थापन से 71 व्यापारी असंतुष्ट है। जो इंदिरा मार्केट के बगल में टैक्सी स्टेंड की तरफ है। यूनियन के प्रधान दिनेश सती ने बताया व्यापारियों की विभिन्न समस्याओं को लेकर सोमवार दोपहर को एमडीडीए सचिव संग वार्ता प्रस्तावित थी। लेकिन जब व्यापारी वहां पहुंचे तो हमे कुछ देर इंतजार करने को कहा गया। उसके बाद काफी देर इंतजार के बाद भी हमे समय नहीं दिया गया। ऐसे में व्यापारियों में रोष व्याप्त हो गया और सभी धरने में बैठ गए। धरने में बैठने वालों में सचिव अनिल श्रीवास्ताव, कोषाध्यक्ष जेआर शर्मा, गुरमीत सिंह, मेहरबान, प्रदीप जोशी, राजेश सोनकर, कमल, अशोक सचदेवा, जमन नारायण, आदि मौजूद रहे।

उधर, एमडीडीए सचिव पीसी दुम्का ने बताया कि, जिस समय व्यापारी प्राधिकरण के कार्यालय आये, उस समय एक महत्वपूर्ण बैठक मीटिंग हॉल में चल रही थी। हमने उन्हें कुछ देर इंतजार करने को कहा। लेकिन व्यापारी अड़ गए कि हम दुकाने खुली छोड़कर आये है। लिहाजा, मीटिंग कैंसल कर पहले उनकी सुनी जाये। व्यापारियों को केवल दस मिनट ही इंतजार को कहा गया। थोड़ी देर में उनकी नाराबाजी शुरू हो गई और फिर वो चले गए।

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