उत्तराखंड में हरबंस कपूर ने खोला था भाजपा का खाता, अब हुए नाराज
विधानसभा अध्यक्ष नहीं बनाने जाने से नाराज विधायक हरबंस कपूर लगातार आठ बार से चुनाव जीतते आ रहे हैं। उन्होंने अविभाजित उत्तराखंड में भाजपा का खाता खोला था। वरिष्ठ विधायक और जनता से जुड़े रहने के कारण...
विधानसभा अध्यक्ष नहीं बनाने जाने से नाराज विधायक हरबंस कपूर लगातार आठ बार से चुनाव जीतते आ रहे हैं। उन्होंने अविभाजित उत्तराखंड में भाजपा का खाता खोला था। वरिष्ठ विधायक और जनता से जुड़े रहने के कारण समर्थक उन्हें विधानसभा अध्यक्ष नहीं बनाए जाने से नाराज हैं।
यूपी के जमाने में देहरादून शहर, फिर राज्य बनने के बाद देहरादून खास से विधायक रहे कपूर ने पिछला और इसबार का चुनाव में नई बनी देहरादून कैंट सीट से लड़़ा, जिसमें उन्होंने फिर जीत दर्ज की। कपूर यूपी सरकार के समय शहरी विकास मंत्री रहे। 2007 में उत्तराखंड में विधानसभा अध्यक्ष भी रह चुके हैं। उनके बेटे अमित कपूर भी राजनीति में सक्रिय हैं। उनकी पत्नी सविता कपूर भारत विकास परिषद की सक्रिय पदाधिकारी हैं।
आज की भारतीय जनता पार्टी पहले भारतीय जनसंघ फिर जनता पार्टी और 1980 में भाजपा बनी। हालांकि बतौर जनसंघ पार्टी ने आज के उत्तराखंड की कुछ सीटों पर जीत दर्ज की थी, लेकिन भाजपा बनने के बाद 1989 में उसने यहां पहला विधानसभा चुनाव जीता। भाजपा को 1989 के विधानसभा चुनाव में पहली सफलता मिली, जब हरबंस कपूर ने देहरादून सीट से जीत दर्ज की थी। कपूर ने अपने प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के हीरा सिंह बिष्ट को हराया था। कपूर को तब 37173 वोट मिले मिले, जबकि बिष्ट 26991 वोट की ला सके। कपूर 1989 से अब तक लगातार उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की विधानसभा में सदस्य निर्वाचित होते आ रहे हैं। 2007 की भाजपा सरकार में कपूर उत्तराखंड विधानसभा के अध्यक्ष रह चुके हैं।