PAK के हिंदू क्रिकेटर कनेरिया ने साफ किया, नहीं मांगी BCCI से मदद
पाकिस्तान के प्रतिबंधित स्पिनर दानिश कनेरिया ने गुरुवार को उन मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज किया जिसमें दावा किया गया था कि उन्होंने बीसीसीआई से इस मामले में मदद की गुहार की है। मीडिया रिपोर्ट्स में...
पाकिस्तान के प्रतिबंधित स्पिनर दानिश कनेरिया ने गुरुवार को उन मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज किया जिसमें दावा किया गया था कि उन्होंने बीसीसीआई से इस मामले में मदद की गुहार की है।
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि कनेरिया ने आईसीसी के सामने अपना मामला उठाने के लिए बीसीसीआई से मदद मांगी है। कनेरिया ने कहा यह रिपोर्ट बेकार है। मैंने भारतीय रिपोर्टर से बात की थी लेकिन मेरे बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया और अपने मामले की फिर से समीक्षा के लिए मेरी बीसीसीआई से मदद मांगने की कोई इच्छा नहीं थी।
'मुझे पाकिस्तानी होने पर गर्व'
कनेरिया ने कहा कि वह हताश हैं और पाकिस्तान क्रिकेट में पीड़ित महसूस कर रहे हैं लेकिन उनका किसी भारतीय मंच पर जाने का कोई इरादा नहीं है। इस स्पिनर ने कहा, 'हां, मैं हताश हूं और मुझे पीड़ा पहुंची है लेकिन अब भी मुझे गर्व है कि मैं पाकिस्तानी हूं। मैं सिर्फ इतना जानना चाहता हूं कि मुझे आजीवन प्रतिबंधित करने के लिए साक्ष्य क्या हैं और आखिर क्यों पाकिस्तान बोर्ड ने मेरे मामले को एकतरफ कर दिया है।'
'सिर्फ और सिर्फ पाकिस्तान से करूंगा अपील'
उन्होंने कहा, 'चाहे कुछ भी हो लेकिन मैं मदद के लिए किसी और देश से संपर्क क्यों करूंगा। मैं मौका देने के लिए सिर्फ दोबारा पीसीबी से अपील करूंगा।' कनेरिया के बड़े भाई विकी ने कहा कि उनका परिवार कभी ऐसा कुछ नहीं करेगा जिससे पाकिस्तान बोर्ड या क्रिकेट की छवि को ठेस पहुंचे।
'दानिश की आर्थिक हालत बहुत खराब'
उन्होंने कहा, 'वह 2010 से भुगत रहा है और उसकी आर्थिक स्थिति काफी खराब है। हम संयुक्त परिवार में रहते हैं जिससे उसका गुजारा हो रहा है।' कनेरिया ने ईसीबी ट्रिब्यूनल और कोर्ट में भी दो अपील की थी लेकिन खारिज हो गई। ईसीबी ने अब सिंध हाई कोर्ट में अपील करके मांग की है कि उसकी संपत्ति बेचकर स्पॉट फिक्सिंग मामले में अदालती कार्रवाई का खर्च वसूल किया जाए।
विकी ने कहा कि पीसीबी द्वारा फिक्सिंग में शामिल खिलाड़ियों के साथ किए गए बर्ताव से दानिश और दुखी है। उन्होंने कहा, 'मोहम्मद आमिर ने पाकिस्तानी टीम में वापसी कर ली है जबकि 2010 में दानिश उस दौरे पर था और उसने सब अपनी आंखों से देखा था।'