हेजल ने कहा-कभी हार नहीं मानता युवी, पढ़े हेजल का यह प्यारा संदेश
टीम इंडिया में युवराज की वापसी को युवराज का 'लेडी लक' कहा जाने लगा था। युवी लंबे समय से टीम से बाहर थे और टीम में आने के लिए जी-तोड़ मेहनत कर रहे थे। लेकिन अभी हाल ही में उनकी शादी हुई ह
टीम इंडिया में युवराज की वापसी को युवराज का 'लेडी लक' कहा जाने लगा था। युवी लंबे समय से टीम से बाहर थे और टीम में आने के लिए जी-तोड़ मेहनत कर रहे थे। लेकिन अभी हाल ही में उनकी शादी हुई है और उनको तीन साल बाद वनडे टीम का टिकट मिल गया।
युवराज ने कटक में शतक लगाकर यह साबित कर दिया कि वो हार मानने वालों में से नहीं है। युवराज की इस शानदार पारी के बाद उनकी 'लेडी लक' हेजल कीच ने उनके लिए एक प्यारा सा संदेश दिया है। हेजल ने उनकी शतक की तारीफ करते हुए कहा कि युवराज का मिडिल नाम 'भंयकर' होना चाहिए। 127 बॉल में 150 रन, मैन ऑफ द मैच, इ्ंग्लैंड के खिलाफ 2-0 से भारत की जीत।
उन्होंने युवी की कैंसर से लड़ाई को याद करते हुए कहा, 'कीमोथेरेपी के बाद युवी को अपने स्वास्थ्य और फिटनेस को वापस हासिल किया और आखिरकार भारत की वनडे टीम में अपनी जगह दोबारा बनाई। उतने ही उत्साह के साथ शादी के सभी कार्य में भी शामिल रहें। दोस्तों, यही है कभी ना हार मानने का जज्बा। कैंसर से उभरने और उसे हराने में अंतर होता है।'
बता दें कि युवी ने दिसंबर की शुरुआत में हेजल कीच के साथ शादी की थी और शादी के एक महीने के बाद ही उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ वनडे और ट्वंटी 20 सीरीज के लिए टीम इंडिया से निमंत्रण आ गया।
हेजल ने कहा-कभी हार नहीं मानता युवी, पढ़े हेजल का यह प्यारा संदेश
बता दें कि युवी ने दिसंबर की शुरुआत में हेजल कीच के साथ शादी की थी और शादी के एक महीने के बाद ही उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ वनडे तथा ट्वंटी 20 सीरीज के लिए टीम इंडिया से निमंत्रण आ गया।
युवराज सिंह ने इंग्लैंड के खिलाफ कटक वनडे में 150 रनों की शानदार पारी खेली। युवी ने 98 गेंदों पर सिंगल के साथ 100 रन पूरे किए। युवी के बल्ले से 6 साल बाद वनडे सेंचुरी निकली।
इंग्लैंड के खिलाफ टीम इंडिया ने 381 रन बनाए, इसमें युवी की पारी का खास योगदान रहा। सेंचुरी के बाद युवी ने सबसे पहले भगवान को शुक्रिया अदा किया और फिर अपने बैट के हैंडल से छाती ठोकी। युवी के लिए वनडे क्रिकेट की 14वीं सेंचुरी बहुत खास रही। इस दौरान उन्होंने तीन छक्के जड़े और 150 वनडे छक्के भी पूरे कर लिए।
युवराज सिंह की कैंसर के बाद क्रिकेट में वापसी के बाद ये पहली सेंचुरी है। इससे पहले उन्होंने आखिरी वनडे सेंचुरी मार्च 2011 में वर्ल्ड कप के दौरान वेस्टइंडीज के खिलाफ लगाई थी।
हेजल ने कहा-कभी हार नहीं मानता युवी, पढ़े हेजल का यह प्यारा संदेश