फोटो गैलरी

Hindi Newsबीसीसीआई के पहले सालाना सम्मेलन में ये तीन मुद्दे होंगे प्रमुख

बीसीसीआई के पहले सालाना सम्मेलन में ये तीन मुद्दे होंगे प्रमुख

बीसीसीआई धर्मशाला में 21 से 24 जून तक होने वाले अपने पहले सालाना सम्मेलन में बोर्ड के काम करने के तरीके को और पारदर्शी एवं कार्य-कुशल बनाने पर चर्चा करेगा जिसमें इसके अलावा घरेलू क्रिकेट सत्र को...

बीसीसीआई के पहले सालाना सम्मेलन में ये तीन मुद्दे होंगे प्रमुख
एजेंसीThu, 16 Jun 2016 06:42 PM
ऐप पर पढ़ें

बीसीसीआई धर्मशाला में 21 से 24 जून तक होने वाले अपने पहले सालाना सम्मेलन में बोर्ड के काम करने के तरीके को और पारदर्शी एवं कार्य-कुशल बनाने पर चर्चा करेगा जिसमें इसके अलावा घरेलू क्रिकेट सत्र को मजबूत करने और आईपीएल को नई ऊंचाईयों तक ले जाने के कदम उठाने पर भी बात की जायेगी।

यह सम्मेलन क्रिकेट बोर्ड की कार्यकारी समिति की बैठक से पहले एचपीसीए स्टेडियम में कराया जाएगा, जिसके भारतीय टीम के नए कोच का नाम घोषित करने की उम्मीद है जो टीम के वेस्टइंडीज रवाना होने से दो हफ्ते पहले होगा।

चार दिवसीय सम्मेलन में कार्यशालाओं और बैठकों की सीरीज होंगी। यह सब राज्य क्रिकेट संघ के मीडिया मैनेजरों की कार्यशाला के साथ शुरू होगा जिसमें डिजिटल मीडिया पर सत्र भी शामिल हैं। इसके बाद कोचों और कप्तानों की कांफ्रेंस, आईपीएल संचालन परिषद, जूनियर समिति और संबद्धता समिति की बैठक आयोजित होंगी। सम्मेलन 24 जून को कार्यकारी समिति की बैठक के साथ समाप्त होगा।

बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने कहा, यह पहली बार है जब बीसीसीआई चार दिवसीय सम्मेलन का आयोजन कर रहा है, जिसका उद्देश्य सभी शेयरधारकों को एक स्थान पर एकत्रित करना है और खेल में सुधार के लिये सभी के विचारों को शामिल करना है।

बीसीसीआई सचिव अजय शिर्के ने कहा कि इस सम्मेलन का समय इससे बेहतर नहीं हो सकता था। हम क्रिकेट सत्र के दिलचस्प सत्रों में शामिल होंगे और यह प्रत्येक को एक छत के नीचे लाने का बढ़िया मौका है जिसमें विचारों पर और इन्हें लागू करने पर चर्चा की जायेगी।

मुख्य तीन मुद्दे

1. BCCI की पहली जिम्मेदारी संस्था की साख को बचाने की होगी। पिछले कुछ समय में बोर्ड में पारदर्शिता और कार्यकुशलता का अभाव देखा गया जिसके कारण उसे अदालत से भी फटकार का सामना करना पड़ा था।
2. घरेलू क्रिकेट को क्रिकेटरों की नर्सरी कहा जाता है। इसलिए बोर्ड का पूरा ध्यान घरेलू क्रिकेट सत्र को मजबूत करने का है। टी20 के दौर में यह बहुत अहम है।
3. बोर्ड की बैठक में यह चर्चा की जाएगी कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में कैसे और सुधार लाया जाए और पारदर्शिता के साथ इसको नई ऊंचाइयों पर कैसे लाया जाए।

 
    

 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें