बाजार में पांचवें दिन गिरावट, सेंसेक्स 181 अंक गिरा
घरेलू शेयर बाजार में लगातार पांचवें कारोबारी सत्र में गिरावट दर्ज की गयी और बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 181 अंक गिरकर एक महीने के न्यूनतम स्तर 26,656.83 अंक पर बंद हुआ। आईटीसी तथा एलएंडटी जैसी बड़ी...
घरेलू शेयर बाजार में लगातार पांचवें कारोबारी सत्र में गिरावट दर्ज की गयी और बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 181 अंक गिरकर एक महीने के न्यूनतम स्तर 26,656.83 अंक पर बंद हुआ। आईटीसी तथा एलएंडटी जैसी बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजे अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहने से बाजार में गिरावट दर्ज की गयी।
सेंसेक्स और निफ्टी में दोनों में सर्वाधिक गिरावट आईटीसी में दर्ज की गयी। कंपनी का शेयर मूल्य 4 प्रतिशत से अधिक नीचे आ आ गया। इसका कारण कंपनी के वित्तीय नतीजों का निवेशकों की आशा के अनुरूप नहीं होना है। आईटीसी का एकल आधार पर शुद्ध लाभ सितंबर तिमाही में मामूली रूप से बढ़कर 2,431.25 करोड़ रुपये रहा। वहीं एल एंड टी का शुद्ध लाभ बाजार की उम्मीद के अनुरूप नहीं रहने से कंपनी का शेयर 4.11 प्रतिशत नीचे आया।
नवंबर महीने की डेरिवेटिव्स श्रृंखला की शुरूआत सकारात्मक रही। तीस शेयरों वाला सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 105 अंक की तेजी के साथ 26,942.29 अंक पर पहुंच गया लेकिन बाद में कुछ प्रमुख कंपनियों के वित्तीय परिणाम बाजार की उम्मीद के अनुरूप नहीं रहने से बिकवाली की गयी और सूचकांक 26,585.20 अंक तक नीचे चला गया।
अंत में यह 181.31 अंक या 0.68 प्रतिशत की गिरावट के साथ 26,656.83 अंक पर बंद हुआ। इससे पहले, एक अक्तूबर को यह स्तर देखा गया था। नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 45.95 अंक या 0.57 प्रतिशत की गिरावट के साथ 8,065.80 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 8,146.10 से 8,044.40 के दायरे में रहा। जिन प्रमुख कंपनियों के शेयरों में गिरावट दर्ज की गयी, उनमें वेदांता, महिंद्रा एंड महिंद्रा, भेल, भारती एयरटेल, टाटा मोटर्स, हीरो मोटो कार्प, ओएनजीसी, गेल, बजाज आटो, कोल इंडिया, इंफोसिस, एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, विप्रो तथा सिप्ला शामिल हैं।
वहीं दूसरी तरफ एनटीपीसी, आईसीआईसीआई बैंक, डा रेड्डीज, एक्सिस बैंक, सन फार्मा, हिंडाल्को तथा रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर सकारात्मक दायरे में रहे। साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 813.98 अंक या 3.05 प्रतिशत नीचे आया जबकि एनएसई निफ्टी 229.70 अंक या 2.84 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी। वैश्विक बाजार में एशियाई बाजारों में मिला-जुला रुख रहा जबकि यूरोपीय शेयर बाजारों में शुरूआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा।