15 दिसंबर को 3 रुपये तक बढ़ सकती है पेट्रोल-डीजल की कीमतें
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उछाल और तेल उत्पादक देशों (OPEC) द्वारा कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती के फैसले को देखते हुए भारत में पेट्रोल डीजल के दामों में एक बार फिर बड़ा उछाल...
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उछाल और तेल उत्पादक देशों (OPEC) द्वारा कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती के फैसले को देखते हुए भारत में पेट्रोल डीजल के दामों में एक बार फिर बड़ा उछाल देखने को मिल सकता है। बीते एक साल में कच्चे तेल की कीमतों में करीब दोगुना उछाल दर्ज किया गया है। बीते साल जनवरी में जहां अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड की कीमतें 27 डॉलर प्रति बैरल थी जो इस साल दिसंबर तक 55 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई है।
3 रुपए तक महंगा होगा पेट्रोल और डीजल !
तेल जानकारों के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल महंगा होने और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपए में कमजोरी के चलते पेट्रोल और डीजल में बढ़ोतरी होना तय है। जानकारों के अनुसार पब्लिक सेक्टर की तेल कंपनियों के बढ़ते क्रूड ऑयल की कीमतों को देखते हुए 6 रुपये प्रति लीटर पेट्रोल और डीजल बढ़ाने की जरूरत है लेकिन फिलहाल इसे 3 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ाने के आसार है। इस बार 15 दिसंबर को होने वाली समीक्षा बैठक में पेट्रोल और डीजल के दाम 3 रुपए तक बढ़ाने पर फैसला हो सकता है।
हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (एचपीसीएल) के चेयरमैन मुकेश सुराना ने एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा है कि इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल के महंगा होने के बाद सभी ऑयल कंपनियों को फ्यूल की कीमत बढ़ानी पड़ेगी। सुराना ने कहा, फ्यूचर में क्रूड की कीमतें कितनी बढ़ सकती हैं और दूसरे पहलुओं को ध्यान में रखकर यह बढ़ोतरी की जाएगी। मैं यह नहीं बता सकता कि दाम में कितनी बढ़ोतरी होगी।
क्यों बढ़ी कच्चे तेल की कीमतें
पिछले महीने ओपेक और रूस जैसे नॉन-ओपेक देशों के बीच क्रूड ऑयल का प्रोडक्शन घटाने पर सहमति बनी थी। उसके बाद से क्रूड ऑयल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। क्रूड ऑयल की भारतीय बास्केट का दाम सोमवार को 3,677.60 रुपए यानी 54.42 डॉलर प्रति बैरल हो गया था। पिछले 15 दिनों में यह अधिकतर समय 51 डॉलर से ऊपर बना रहा है, जबकि नवंबर में इसकी औसत कीमत 44.46 डॉलर थी।