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शेयर बाजार: कंपनियों के तिमाही नतीजों से बाजार को उम्मीद

चीनी उत्प्रेरक गतिविधियों, घरेलू कंपनियों के तिमाही नतीजे, अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी सहित वायदा और विकल्प (एफएंडओ) सौदों की समाप्ति से अगले सप्ताह 26 अक्टूबर से शुरू हो रहे...

शेयर बाजार: कंपनियों के तिमाही नतीजों से बाजार को उम्मीद
एजेंसीSun, 25 Oct 2015 10:32 PM
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चीनी उत्प्रेरक गतिविधियों, घरेलू कंपनियों के तिमाही नतीजे, अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी सहित वायदा और विकल्प (एफएंडओ) सौदों की समाप्ति से अगले सप्ताह 26 अक्टूबर से शुरू हो रहे नए कारोबारी सप्ताह के दौरान बाजार को मजबूती मिलने की उम्मीद है।

भारतीय रुपये की चाल, बिहार चुनाव से जुड़ी अनिश्चितता और शेयर आधारित गतिविधियों से आगामी सप्ताह बाजार पर प्रभाव पड़ सकता है।

ब्रोकिंग फर्म एंजेल ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष वैभव अग्रवाल ने कहा, ''चीन ने शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद ब्याज दरों में कटौती की और हमें उम्मीद है कि सोमवार को बाजार की शुरुआत सकारात्मक रहेगी।''

संघर्ष के दौर से गुजर रही अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के प्रयासों के तहत चीन के केंद्रीय बैंक पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना (पीबीओसी) ने अपनी एक साल की बैंक कर्ज दरों में कटौती की है और रिजर्व रिक्वायरमेंट रेश्यो (आरआरआर) की दर भी घटाई है।

पीबीओसी ने नवंबर 2014 के बाद छठी बार ब्याज दरों में कटौती की है। इस कदम से कॉर्पोरेट वित्त की लागत में कमी आएगी और अर्थव्यवस्था को अतिरिक्त नकदी मिलने में मदद मिलेगी। देश की अर्थव्यवस्था कमजोर मांग और अत्यधिक औद्योगिक क्षमता से जूझ रही है।

अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक 27-28 अक्टूबर को होने वाली है। बैंक ऑफ जापान (बीओजे) 30 अक्टूबर को अपनी मौद्रिक नीतिगत समीक्षा बैठक करेगा। इन बैठकों में लिए जाने वाले फैसलों का असर अगले सप्ताह भारतीय शेयर बाजार पर देखा जा सकता है।

जियोजिट बीएनपी पारिबास फाइनेंशियल सर्विसेज के अनुसंधान विभाग के प्रमुख एलेक्स मैथ्यूज ने बताया, ''ऐसी संभावनाएं हैं कि ईसीबी के फैसले और चीनी उत्प्रेरकों के बाद अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में बढ़ोतरी नहीं करेगा। हालांकि निवेशक एफओएमसी के आखिरी नतीजे जारी होने तक उत्सुक बने रहेंगे।''

इक्विरस सिक्युरोटिज के इक्विटीज विभाग के प्रमुख पंकज शर्मा ने कंपनियों के तिमाही नतीजों पर कहा कि किसी बड़े सकारात्मक नतीजों की उम्मीद नहीं की जानी चाहिए क्योंकि बुनियादी ढांचागत कंपनियां इस सप्ताह तिमाही नतीजों की सूचना देना जारी करेंगी।

मारुति, टीवीएस मोटर, ऐक्सिस बैंक, सेसा गोवा, ल्युपिन, डॉबर इंडिया, सन टीवी नेटवर्क, भारत फोर्ज, क्रॉम्पटन ग्रीव्स, अरेवा, डॉ. रेड्डीज, ग्लेनमार्क, एनटीपीसी, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, आईडीएफसी और जीएसके फार्मा जैसी कंपनियां आगामी सप्ताह अपने दूसरी तिमाही के नतीजे पेश करेंगी।

शर्मा ने कहा, ''बाजार के अच्छा प्रदर्शन करने के कोई फंडामेंटल कारक नहीं हैं लेकिन नकदी की वजह से बाजार का रुख सकारात्मक रहने में मदद मिल सकती है।''

घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) का नकारात्मक निवेश रुझान भी बदल सकता है। वैश्विक संकेतों में सुधार और उम्मीद से बेहतर तिमाही नतीजों की वजह से बाजार को बल मिल सकता है।

एफआईआई ने पिछले सप्ताह भारतीय शेयर बाजार में 1,602.77 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जबकि डीआईआई ने 895.84 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों का संवेदी सूचकाक सेंसेक्स पिछले सप्ताह 27,214.50 अंक के स्तर की तुलना में इस सप्ताह 256.31 अंकों यानी 0.93 प्रतिशत की बढ़त के साथ 27,470.81 अंक पर बंद हुआ।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के 50 शेयरों के संवेदी सूचकांक निफ्टी में भी 23 अक्टूबर को समाप्त हुए सप्ताह में मजबूती रही। यह 57.3 अंकों यानी 0.69 प्रतिशत की बढ़त के साथ 8.295.45 अंक पर बंद हुआ।

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