जंग में जूझने वालों ने किया शांति का अद्भुत अहसास
अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और इजरायल समेत 52 देशों के जिन सैन्य अधिकारियों ने अपने-अपने देशों में जंग ट्रेनिंग ली थी, शुक्रवार को बोधगया पहुंचकर उन्हीं लड़ाकों ने अमन व शांति की सीख ली। ये अधिकारी...
अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और इजरायल समेत 52 देशों के जिन सैन्य अधिकारियों ने अपने-अपने देशों में जंग ट्रेनिंग ली थी, शुक्रवार को बोधगया पहुंचकर उन्हीं लड़ाकों ने अमन व शांति की सीख ली। ये अधिकारी नौसेना में वरिष्ठ पदों पर हैं। महाबोधि मंदिर के गर्भगृह और पवित्र बोधिवृक्ष के सानिध्य में आकर उन्होंने अपने तनाव भरे जीवन को पूरी तरह भुलाकर शांति का अद्भुत अहसास किया।
साथ ही पूरी दुनिया में शांति की कामना के लिए एकसाथ मंत्रों का पाठ भी किया। ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी, गया के अधिकारियों के साथ पहुंचे एक सौ सत्ताईस सैन्य अधिकारियों ने महाबोधि मंदिर और अन्य बौद्ध स्थलों के पास करीब तीन घंटे तक सकून हासिल किया। यह दल वायु सेना की स्पेशल फ्लाइट से सुबह नौ बजे गया इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचा था।
एयरपोर्ट से कड़ी सुरक्षा के बीच इन सैन्य अधिकारियों को बोधगया लाया गया। बोधगया टेम्पल मैनेजमेंट कमेटी द्वारा इन अफसरों को खादा देकर सम्मानित किया गया। इन सैन्य अफसरों की यात्रा की देखरेख कर रही एजेंसी की सीनियर मैनेजर प्रीति सुमन ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में 52 देशों की नौसेना के अफसर इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू पर विशाखापत्तनम आये थे। इन सैनिकों का दूसरा जत्था 8 फरवरी को बोधगया आयेगा। इस जत्थे ने 80 फुट की बुद्ध मूर्ति और तेरगर बौद्धमठ का भी दर्शन किया और फिर यहां से विशाखापत्तनम के लिए रवाना हो गया। इस दल में न्यूजीलैंड, कोरिया, जापान, चीन, वियतनाम, थाईलैंड, श्रीलंका, म्यामांर व बंगलादेश के अधिकारी भी शामिल थे।