गंगा के जलस्तर में कमी के बाद भी आफत बनी है बाढ़
बाढ़ के कारण भागलपुर जिले के 390 गांवों की चार लाख की आबादी बुरी तरह प्रभावित हो चुकी है। भागलपुर के बाद अब नवगछिया बाजार भी टापू बन गया है। कटिहार-बरौनी रेलखंड पर रेल यातायात अब तक सामान्य नहीं हो...
बाढ़ के कारण भागलपुर जिले के 390 गांवों की चार लाख की आबादी बुरी तरह प्रभावित हो चुकी है। भागलपुर के बाद अब नवगछिया बाजार भी टापू बन गया है। कटिहार-बरौनी रेलखंड पर रेल यातायात अब तक सामान्य नहीं हो पाया है। नवगछिया से भागलपुर को जोड़ने वाली विक्रमशिला सेतु पहुंच मार्ग पर भारी वाहनों का परिचालन पूरी तरह बंद है। गंगा के जलस्तर में हर हर घंटे तीन सेमी. की कमी होने के बाद भी भागलपुर में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
बाढ़ से भागलपुर जिले के 13 प्रखंड प्रभावित हैं। जलस्तर में कमी के बाद चारो ओर तबाही का मंजर दिख रहा है। सीएम के निरीक्षण के बाद राहत शिविरों की व्यवस्था बदली जरूर है( बाढ़ के कारण नवगछिया अनुमंडल में सर्वाधिक बर्बादी हुई है। नवगछिया अनुमंडल, जेल, कोर्ट, में पानी बह रहा है। जानकारों का कहना है कि बाढ़ के कारण करीब 100 करोड़ की फसल बर्बाद हो गई है। हालांकि फसल की क्षति का आकलन किया जा रहा है।