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Hindi Newsजिसकी 5 महीने पहले हो गई थी 'मौत', वह रह रही थी प्रेमी के साथ

जिसकी 5 महीने पहले हो गई थी 'मौत', वह रह रही थी प्रेमी के साथ

पांच माह पहले जिस विवाहिता को मरा हुआ मान लिया गया था, उसी महिला को प्रेमी के साथ नवादा पुलिस ने फतुहा पुलिस के सहयोग से मंगलवार की रात नोहटा से गिरफ्तार कर लिया। उसके पिता ने एक दूसरी अधजली लाश...

जिसकी 5 महीने पहले हो गई थी 'मौत', वह रह रही थी प्रेमी के साथ
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 19 Nov 2015 08:53 AM
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पांच माह पहले जिस विवाहिता को मरा हुआ मान लिया गया था, उसी महिला को प्रेमी के साथ नवादा पुलिस ने फतुहा पुलिस के सहयोग से मंगलवार की रात नोहटा से गिरफ्तार कर लिया। उसके पिता ने एक दूसरी अधजली लाश देखकर अपनी बेटी के रूप में शिनाख्त कर ली थी।

बताया जाता है कि बंगालीपाड़ा, राजगीर नालंदा निवासी आरपीएफ में जमादार के पद पर तैनात अशोक यादव ने अपनी पुत्री आरती की शादी नवीनगर, नवादा निवासी तुलसी यादव के पुत्र एसटीएफ के जवान भोलेशंकर के साथ 2007 में की थी। शादी के दो साल बाद एक बेटा भी हुआ। इसके बाद से दंपती में अनबन रहने लगी।

गुस्से में वह कई बार बेटे को छोड़ मायके चली जाती थी। ससुरालवालों की मान-मनौवल के बाद आती थी। आरती के जेठ विनय शंकर के अनुसार 14 जून को आरती ससुराल से 35 भर जेवरात और 45 हजार नकद लेकर अपने बच्चे को छोड़ फरार हो गयी।

ससुराल वालों ने उसके मायके में पूछताछ की। आरती के पिता ने 18 जून को उसकी गुमशुदगी का मामला राजगीर के बंगालीपाड़ा थाना में दर्ज करा दिया। 21 जुलाई को नालंदा के अकबरपुर थानान्तर्गत करमपर खुरी नदी से एक महिला की अधजली लाश बरामद होते ही आरती के पिता ने उसकी शिनाख्त अपनी बेटी के रूप में कर ली और आरती के पति भोलेशंकर, जेठ विनय शंकर, विजय शंकर, देवर रवि शंकर, ससुर तुलसी यादव, ननद संगीता देवी व गोतनी संगीता देवी पर हत्या का मामला दर्ज करा दिया।

इस सदमे को आरती के ससुर नहीं सह सके और उनकी हृदयगति रुकने से मौत हो गयी। ससुराल पक्ष के आवेदन पर सुनवाई करते हुए डीएसपी ने डीएनए जांच का आदेश दे दिया और रिपोर्ट आने तक सभी की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी। आरती के ससुराल वाले उसे ढूंढने लगे। अंतत: उसे उसके प्रेमी रंजीत यादव के साथ नोहटा से गिरफ्तार कर लिया गया>

मोबाइल सर्विलांस से मिला सुराग

आरती के ससुराल से फरार होने और उसके पिता द्वारा हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद उसके मोबाइल को सर्विलांस पर लिया गया। करीब चार महीने बाद सिम चालू किया गया तो टावर लोकेशन के आधार पर फतुहा थाने के सैदनपुर से मोहन प्रसाद, बुधनी देवी और रिंती देवी को नवादा पुलिस ने गिरफ्तार किया।

कड़ाई से पूछने पर रिंती देवी ने बताया कि चार माह पहले फतुहा में एक महिला आरती मिली। उसने मुझे एक मोबाइल दिया और कहीं शादी करवा देने को कहा। उसका कहना था कि मेरा पति मारपीट करता है अब मरने के सिवा कोई चारा नहीं, जिसपर मुझे दया आ गयी और मैंने दूर के रिश्तेदार नोहटा निवासी रंजीत के साथ उसकी शादी करवा दी।

रिंती की निशानदेही पर नवादा पुलिस फतुहा पहुंची और जानकारी फतुहा पुलिस को दी। अवर निरीक्षक नीरज कुमार ने मंगलवार की रात नोहटा में छापेमारी कर आरती को उसके प्रेमी रंजीत के साथ बरामद कर लिया। नवादा पुलिस सभी को गिरफ्तार कर नवादा लेकर चली गयी।

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