बोधगया में आईआईएम के लिए कम पड़ जाएगी रकम
बिहार के लिए घोषित विशेष पैकेज में शिक्षा के हिस्से में 1000 करोड़ रुपए का जिक्र है। यह राशि उच्च शिक्षा के ही दो प्रमुख संस्थानों - बोधगया में आईआईएम की स्थापना के लिए 500 करोड़ और विक्रमशिला में...
बिहार के लिए घोषित विशेष पैकेज में शिक्षा के हिस्से में 1000 करोड़ रुपए का जिक्र है। यह राशि उच्च शिक्षा के ही दो प्रमुख संस्थानों - बोधगया में आईआईएम की स्थापना के लिए 500 करोड़ और विक्रमशिला में केन्द्रीय विश्वविद्यालय के लिए इतनी ही राशि दी गई है। हालांकि शिक्षा विभाग के अधिकारी बताते हैं कि इनमें आईआईएम खोलने की घोषणा पहले ही की जा चुकी है। आईआईएम का जिक्र तो बजट में भी किया जा चुका है।
आईआईएम के लिए मगध विवि की 119 एकड़ जमीन हस्तांतरित करने की सहमति विवि प्रशासन गत 12 अप्रैल को ही दे चुका है। मगध विवि के सिंडिकेट सदस्य और विधान पार्षद नीरज कुमार का कहना है कि अभी तक इसके एवज में मुआवजे की राशि भी मगध विवि को नहीं मिली है। समझौते के तहत इसे 30 फीसदी राशि मिलनी है।
इसके अलावा यह भी तय हुआ था कि भूखंड हस्तांतरण में जो भवन चले जाएंगे, उनका निर्माण भी सरकार करा देगी। इसके साथ ही आईआईएम का का स्ट्रक्चर खड़ा करने के लिए भी राशि चाहिए। इस लिहाज से 500 करोड़ रुपए की राशि काफी कम है।
शिक्षा के क्षेत्र में भागलपुर के पास ऐतिहासिक विक्रमशिला विश्वविद्यालय की जगह एक नए केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए केन्द्र सरकार ने 500 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। विभाग का मानना है कि यह केन्द्र की नई योजना है। वैसे केन्द्र सरकार के मंत्री इसकी घोषणा बजट के बाद कर चुके हैं।