घरेलू हिंसा को ले चुप्पी तोड़ें महिलाएं: आयोग
सारण प्रमंडल के छपरा जिला मुख्यालय में महिला आयोग आपके द्वार कार्यक्रम के तहत सोमवार को राज्य महिला आयोग की टीम छपरा पहुंची। सर्किट हाउस में 25 मामलों में से 12 मामलों की सुनवाई दो पक्षों के समक्ष...
सारण प्रमंडल के छपरा जिला मुख्यालय में महिला आयोग आपके द्वार कार्यक्रम के तहत सोमवार को राज्य महिला आयोग की टीम छपरा पहुंची। सर्किट हाउस में 25 मामलों में से 12 मामलों की सुनवाई दो पक्षों के समक्ष हुई। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष अंजुम आरा ने पत्रकारों को बताया कि सूबे में घरेलू हिंसा का सबसे अधिक मामला दरभंगा जिले में है।
उन्होंने महिलाओं से अपील की कि खुद पर हो रही घरेलू हिंसा के विरुद्ध चुप्पी तोड़ें और अपनी शिकायत घर से निकलकर दर्ज करायें। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का उद्देश्य है कि महिला सशक्तीकरण वर्ष में महिलाओं को हर क्षेत्र सशक्त किया जाए। राजनीतिक, आर्थिक, शिक्षा और आत्मबल की दिशा में सरकार की यही योजना है।
अध्यक्ष ने पत्रकारों को बताया कि पहले एक पक्ष ही उपस्थित होता था। इस वजह से सुनवाई नहीं हो पाती थी। लेकिन डीएम और एसपी के माध्यम से दोनों पक्षों को बुलाया गया और सुनवाई की गई। वहीं लहलादपुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी व एएनएम के मामले की सुनवाई इसलिए नहीं हो पायी कि दोनों पक्ष उपस्थित नहीं हो पाये थे। आयोग के सदस्य सविता नटराज, रेणु सिन्हा, प्रतिमा सिन्हा, महिला थानाध्यक्ष अमिता सिंह, महिला एएसआई इंदिरा रानी आदि उपस्थित थीं।