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बिहार के हर जिले में खुलेंगे दो कृषि विज्ञान केन्द्र

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) का क्षेत्रीय परियोजना निदेशालय पटना में भी खुलेगा। साथ ही हर जिले में कृषि विज्ञान केन्द्रों (केवीके) की संख्या दो करने की योजना बन रही है। पहले चरण में राज्य के...

बिहार के हर जिले में खुलेंगे दो कृषि विज्ञान केन्द्र
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 30 Jul 2015 09:55 PM
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भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) का क्षेत्रीय परियोजना निदेशालय पटना में भी खुलेगा। साथ ही हर जिले में कृषि विज्ञान केन्द्रों (केवीके) की संख्या दो करने की योजना बन रही है। पहले चरण में राज्य के छह बडे़ जिलों का चयन कर वहां दूसरा केवीके खोलने के प्रस्ताव पर मुहर लग चुकी है। इसमें पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, मधुबनी और गया शामिल हैं।

छह नए केन्द्रों को जोड़ लें तो राज्य में केवीके की संख्या 44 हो जाएगी। अन्य 32 जिलों में भी इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी। हर केवीके में वैज्ञानिकों की संख्या भी दोगुनी करनी है। इतनी संख्या में केवीके राज्य में होने के कारण उनके नियंत्रण के लिए भी कार्यालय कोलकाता से पटना लाया जाएगा। इसके लिए निदेशालय कहां खोला जाए सरकार अभी इसपर विचार कर रही है।

पटना स्थित पूर्वी जोने के लिए आईसीएआर के केन्द्र परिसर में यह निदेशालय खोला जा सकता है। इसी के साथ बामेती के नए भवन में इसे ले जाने पर भी विचार चल रहा है। देश में क्षेत्रीय परियोजना निदेशालयों की संख्या आठ है। बिहार के सभी केवीके अभी कोलकाता स्थित क्षेत्रीय परियोजना निदेशालय से नियंत्रित होते हैं। पटना में निदेशालय खुल जाने से बिहार के लिए अलग निदेशालय होगा। यह देश का नौवां निदेशालय होगा।

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