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कौआकोल जंगल में नक्सलियों व सुरक्षाबलों के बीच हुई मुठभेड़

झारखंड के कोडरमा व गिरिडीह की सीमा से पांच किलोमीटर दूर नवादा जिले के रूपौ थाने के कौआकोल-नावाडीह जंगल में सोमवार की सुबह तकरीबन ढाई घंटे तक नक्सलियों व सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में...

कौआकोल जंगल में नक्सलियों व सुरक्षाबलों के बीच हुई मुठभेड़
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 22 Jun 2015 10:20 PM
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झारखंड के कोडरमा व गिरिडीह की सीमा से पांच किलोमीटर दूर नवादा जिले के रूपौ थाने के कौआकोल-नावाडीह जंगल में सोमवार की सुबह तकरीबन ढाई घंटे तक नक्सलियों व सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में दोनों ओर से 250 राउंड गोलियां चलायी गयीं। इस बीच कई बार रुक-रुककर दोनों ओर से गोलीबारी हुई। सुरक्षाबलों की गोली से एक नक्सली गंभीर रूप से घायल हो गया पर वह पुलिस के हाथ नहीं आ सका। सुरक्षाबलों ने मौके से घायल नक्सली की एक एसएलआर  व 15 जिन्दा कारतूस बरामद किये हैं। बरामद एसएलआर पुलिस से लूटी गई बतायी जा रही है।

मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों ने दो जगहों पर लैंड माइन्स विस्फोट किया। हालांकि विस्फोट में सुरक्षा बल के जवान व अधिकारी बाल-बाल बच गये। इस ऑपरेशन का नेतृत्व कर रहे नवादा एसपी डा. परवेज अख्तर ने बताया कि फिलहाल मुठभेड़ बंद है, लेकिन ऑपरेशन जारी है। एसपी ने बताया कि नक्सलियों ने एक चरवाहे को गोली मार दी और बाद में आधा दर्जन ग्रामीणों को अगवा कर लिया। यह घटना सुबह दस बजे से पहले की है।

इसी सूचना पर पहुंचे सुरक्षाबलों पर नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। 60 की संख्या में नक्सली अब भी जंगल में छुपे हुए हैं। सीआरपीएफ की 215वीं बटालियन के कमांडेंट अम्बरीश कुमार सिंह ऑपरेशन का नेतृत्व कर रहे हैं। गया से कोबरा बटालियन को भी बुलाया गया है। जमुई व कोडरमा जिलों की ओर से भी घेराबंदी शुरू कर दी गयी है।

इससे पूर्व नक्सलियों ने सुबह रूपौ थाने से छह किलोमीटर पूरब कौआकोल-नावाडीह जंगल में मवेशी चराने गये चरवाहे रंजीत रविदास उर्फ कक्कू को गोली मार दी। गोली उसके पेट में लगी। घायल नावाडीह के चरवाहे रंजीत रविदास उर्फ कक्कू मोची का सदर अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।
घटना की सूचना पर पकरीबरावां एसडीपीओ रामपुकार सिंह के नेतृत्व में बिहार पुलिस के जवान व सीआरपीएफ की 215वीं बटालियन के असिस्टेंड कमांडेंट उमेश कुमार और सुरक्षा बलों ने जंगल में पहुंचकर मोर्चा संभाला।

इस बीच नवादा एसपी ने भी पुलिस अफसरों व जवानों के साथ पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया। गौरतलब है कि नक्सली 19 जून से ही कौआकोल-जमुई सीमा पर चरकी पत्थर जंगल में लगातार मीटिंग कर हमले की कार्ययोजना तैयार कर रहे थे।

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