दुनिया को जोड़ने में कामयाब होगा योग: अमित शाह
प्रथम विश्व योग दिवस पर मोइनुल हक स्टेडियम में योगासन करने बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित इस समारोह का उद्घाटन भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने किया। उन्होंने कहा...
प्रथम विश्व योग दिवस पर मोइनुल हक स्टेडियम में योगासन करने बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित इस समारोह का उद्घाटन भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र से प्रस्ताव पारित कराकर 21 जून को विश्व योग दिवस की मान्यता दिलाई और दुनिया में भारत का ध्वज पताका फहराया।
कहा कि व्यक्ति के शरीर, मन और ऊर्जा को जोड़ने वाला योग दुनिया को भी जोड़ने में कामयाब होगा। यह वसुधैव कुटुम्बकम का विचारसूत्र चरितार्थ करेगा। ऋषियों का अनुसंधान योग दिवस के रूप में फलीभूत होगा। शाह योगासन सत्र को मिलाकर करीब पौने दो घंटे के इस आयोजन में मौजूद रहे। उनकी उपस्थिति में बिहार भाजपा के सभी शीर्ष नेताओं ने आम लोगों के साथ योग के 21 आसन बखूबी किए।
दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन करने के बाद शाह ने लोगों को संबोधित किया। अपने संक्षिप्त भाषण में उन्होंने कहा कि हम सब विश्व रिकॉर्ड का हिस्सा बनने जा रहे हैं। योग भारतीय संस्कृति की एक पुरानी धरोहर है। कई ऋषि-मुनियों ने इसे विकसित, संरक्षित और संवद्र्धित किया। उन्होंने यह तरीका विकसित किया कि योग के साथ औषधियों के बिना जीवन कैसे विकसित कर सकते हैं। हर्ष है कि पूरी दुनिया ने इसे स्वीकारा किया। यूएनओ में अबतक जितने भी प्रस्ताव रखे गए हैं, उसमें रिकॉर्ड कम समय में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस प्रस्ताव को दुनिया के 175 देशों ने स्वीकृति दे दी।
अमित शाह ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के लिए 21 की तिथि का चयन वर्ष 2011 में बेंगलुरु में योगाचार्यों ने किया था। इसकी खास वजह है। 21 जून को सूर्य नारायण का तेज (ऊर्जा) सबसे अधिक धरती को मिलता है। उन्होंने कहा कि बिहार योग की धरती है और यहां से योग दिवस का शुभारंभ कर उन्हें अपार खुशी मिल रही है। कार्यक्रम का संचालन संजीव चौरसिया ने किया। भाजपा विधायक अरुण सिन्हा और नितिन नवीन ने अमित शाह का स्वागत किया।
योगासन के दौरान वे कुर्सी पर बैठे रहे। राष्ट्रीय संगठन महामंत्री भूपेन्द्र यादव, बिहार भाजपा के वरीय नेता सुशील मोदी, नंदकिशोर यादव, डा. सीपी ठाकुर, मंगल पांडेय, रामकृपाल यादव, रामेश्वर चौरसिया, सुखदा पांडेय, सुषमा साहू, सुधीर शर्मा, विवेक ठाकुर, संजय मयूख आदि ने सभी 21 आसन किए। इनमें से ज्यादातर ट्रैकसूट और टीशर्ट में थे। अमित शाह के भाषण के बाद करीब 15 मिनट तक पतंजलि योगपीठ हरिद्वार से प्रशिक्षित आधा दर्जन छोटी बच्चियों ने शाह का स्वागत योग की विभिन्न मुद्राओं से किया।
बच्चियों ने किया योगासन सत्र का नेतृत्व
पटना। हिन्दुस्तान ब्यूरो। पातंजलि योग पीठ से प्रशिक्षित दो किशोरियों रेशमा खातून और बिस्मिलाह खातून समेत अशोक सरकार और दयाशंभू के साथ स्टेडियम में मौजूद लोगों ने योगासन किया। पूरे सत्र का संचालन पातंजलि योगपीठ के बिहार-झारखंड प्रमुख अजीत ने किया। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस आयोजन समिति ने दावा किया कि 25 हजार से अधिक लोग योगासन में शामिल हुए।
35 मिनट में ये 21 योगासन हुए
- शुरुआत प्रार्थना से हुई फिर शिथिलीकरण के अभ्यास हुए
- ग्रीवा चालन (गर्दन के आसन), कटि चालन विधि, घुटना संचालन।
खड़े होकर किए गए ये आसन
ताड़ासन, वृक्षासन, पाद-हस्तासन, अर्धचक्रासन, त्रिकोणासन
बैठकर किए गए आसन
भद्रासन, अर्ध उष्टासन, शशांक व वक्रासन
पेट के बल लेटकर किए गए तीन आसन
भुजंगासन, शलभासन व मकरासन
पीठ के बल लेटकर किए गए ये तीन आसन
सेतुबंधासन व पवनमुक्तासन
ये प्राणायाम भी कराए गए
कपालभाती, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी , प्रणव ध्यान।
संकल्प पाठ से योगासनों का हुआ समापन