पासिंग आउट परेड के बाद 212 जेंटलमैंन कैडेट्स बने अफसर
कदम से कदम मिलाते आर्मी के जेंटलमैंन कैडेट्स। संगीत के साथ कैडेट्स के बूट की अनूठी धून। परेड कमांडर विशाल थापा की बुलंद आवाज। उत्तम युद्ध सेवा मेडल, सेना मेडल, विशिष्ट सेवा मेडल लेफ्टिनेंट जनरल अरुण...
कदम से कदम मिलाते आर्मी के जेंटलमैंन कैडेट्स। संगीत के साथ कैडेट्स के बूट की अनूठी धून। परेड कमांडर विशाल थापा की बुलंद आवाज। उत्तम युद्ध सेवा मेडल, सेना मेडल, विशिष्ट सेवा मेडल लेफ्टिनेंट जनरल अरुण कुमार साहनी का परेड निरीक्षण। परेड के दौरान कैडेट्स के परिजनों का उत्साह, उमंग और जोश। शनिवार की सुबह गया ओटीए में आयोजित पासिंग आउट परेड देखते ही बन रही थी। पासिंग आउट परेड के बाद टेक्नीकल इंट्री कोर्स के 106, स्पेशल कमीशन के 48 और टेक्निकल एंट्री स्कीम के 58 सहित कुल 212 कैडेट्स अफसर बने।
पंकज कुमार अत्री को शॉर्ड ऑफ ऑनर
इस मौके पर परेड ने उपस्थित अधिकारियों और कैडेट्स के परिजनों का दिल जीत दिया। मुख्य अतिथ व निरीक्षण अधिकारी ने टीईएस (टेक्निकल इंट्री कोर्स) में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले विंग कैडेट कैप्टन पंकज कुमार अत्री को ‘शॉर्ड ऑफ ऑनर’ प्रदान कर सम्मानित किया। विंग कैडेट कैप्टन संदीप गुप्ता को स्वर्ण, विंग कैडेट कैप्टन पंकज कुमार अत्री को रजत और पलाटून कैडेट कैप्टन अभिनव कुमार सिन्हा को कास्य पदक प्रदान किया गया। इसी तरह एससीओ कोर्स में पहला स्थान पाने वाले अकादमी अंडर ऑफिसर शक्ति सिंह शेखावत को रजत पदक मिला। तिथवाल कंपनी को प्रतिष्ठित ‘चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बैनर’ प्रदान किया गया।
परेड को संबोधित करते हुए लेफ्टिनेंट जेनरल ने बेहतरीन ड्रिल के लिए सबों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि सैनिक को जीवन में सैन्य गुण और सद्भाव को आत्मसात करना चाहिए। फौज में शामिल होना गर्व की बात है। निरीक्षण अधिकारी ने अफसर के अभिभावकों को बधाई दी और कहा कि वे भाग्यशाली हैं, जिनकी संतानें आर्मी जैसे बेहतरीन सेवा संगठन का हिस्सा बने हैं। मौके पर नए कमीशन प्राप्त अधिकारियों के कंधे पर उनके माता-पिता और रिश्तेदारों ने रैंक लगाया।