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गया ओटीए में जेंटल मैन की ट्रेनिंग पूरी, देंगे चुनौतियों को मात

कड़ी ट्रेनिंग के बाद देश की सेवा के लिए गया ओटीए (ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी) से अफसर तैयार हो गए हैं। इनके लिए 13 जून को आयोजित पासिंग आउट परेड की तैयारी अंतिम चरण में है। इसके लिए कैडेट से लेकर अधिकारी...

गया ओटीए में जेंटल मैन की ट्रेनिंग पूरी, देंगे चुनौतियों को मात
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 10 Jun 2015 09:06 PM
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कड़ी ट्रेनिंग के बाद देश की सेवा के लिए गया ओटीए (ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी) से अफसर तैयार हो गए हैं। इनके लिए 13 जून को आयोजित पासिंग आउट परेड की तैयारी अंतिम चरण में है। इसके लिए कैडेट से लेकर अधिकारी जोश और उल्लास से जुटे हैं। पासिंग आउट परेड से एक दिन पहले 12 जून की शाम ओटीए में मल्टी एक्टिविटी डिस्प्ले का आयोजन होगा।

दक्षिण-पश्चिमी आर्मी कमान के आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अरुण कुमार साहनी पासिंग आउट परेड के मुख्य अतिथि होंगे। ओटीए में संचालित तीन कोर्स से कुल 215 कैडेट पासिंग आउट परेड में शामिल होंगे। इसमें उत्तर प्रदेश के सबसे ज्यादा 53, हरियाणा के 32 और बिहार के नौ कैडेट शामिल हैं।

बुधवार को सफल कैडेट के सम्मान में समारोह का आयोजन किया गया। ट्रेनिंग के दौरान बेहतर प्रदर्शन करने वाले कैडेट को सम्मानित किया गया। जयपुर के रहने वाले शक्ति सिंह शेखावत को सबसे ज्यादा नौ सम्मान मिले। महाराष्ट्र, थाने के रहने वाले रतिश पाटिल को पांच सम्मान, हरियाणा के रिवानी को दो सम्मान और देवराज कुमार को एक सम्मान मिला।

इस मौके पर सेना मेडल कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल आर के शर्मा ने सबों को बधाई देते हुए कहा कि धरती माता की सेवा करने का मौका सभी को नहीं मिलता। आप सफल हुए हैं ये आपकी मेहनत और समर्पण का नतीजा है। आप में नेतृत्व क्षमता है। आप दुनिया की सर्वश्रेष्ठ आर्मी फोर्स में काम करने जा रहे है। जिन्हें इस समारोह में अवार्ड नहीं मिला वे निराश नहीं हों। अभी लंबा करियर है। कुछ ऐसा करें कि आप दोस्तों को पीछे छोड़ सकें। सपने देखे और उसे पूरा करने की कोशिश करें।

शक्ति सिंह शेखावत, जयपुर, राजस्थान
मुझे कुल नौ सम्मान मिले हैं। सालभर की मेहनत आज रंग लायी है। मुझे घुड़सवारी, बॉस्केटबॉल, बॉलीवाल सहित बेस्ट स्पोट्र्समैन के लिए अवार्ड मिला है। यह बहुत यादगार क्षण है। इसे बयान करने के लिए शब्द कम पड़ रहे हैं।

पाटिल रतीश रमेश, थाने, महाराष्ट्र
मुझे कुल पांच क्षेत्रों में सम्मान मिला। एक साल की ट्रेनिंग पूरी हुई है। मेरे और पूरे परिवार के लिए यह गर्व की बात है। अधिकारियों का हमेशा सहयोग मिला। इस सफलता के लिए मैंने बहुत मेहनत की है।

लोहित यादव, रिवानी, हरियाणा
मुझे दो सम्मान मिला है। हमलोगों ने खूब मेहनत की। अधिकारियों का पूरा सहयोग मिला है। आर्मी में आने वाले बच्चों को खूब मेहनत करनी चाहिए। हमें धरती माता की सेवा करने का मौका मिला है, यह गर्व की बात है।

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