अनाज घोटाला: चार अफसरों पर लटकी तलवार
सरकारी अनाज घोटाले में एसएफसी और आपूर्ति विभाग के चार अफसरों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है। डीएम आदेश तितरमारे खुद इन अफसरों की पहचान करने में जुटे हैं और जिलास्तर पर निगरानी करने वाले अफसरों की...
सरकारी अनाज घोटाले में एसएफसी और आपूर्ति विभाग के चार अफसरों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है। डीएम आदेश तितरमारे खुद इन अफसरों की पहचान करने में जुटे हैं और जिलास्तर पर निगरानी करने वाले अफसरों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
चावल-गेहूं की कालाबाजारी में अब तक पांच प्राथमिकी दर्ज है, लेकिन किसी अफसर का नाम सामने नहीं आया है। कालाबाजारी रोकने की जिम्मेवारी प्रखंड से लेकर अनुमंडल स्तर के आपूर्ति विभाग से जुड़े अफसरों की थी। इसलिए एसएफसी, आपूर्ति विभाग के अफसरों को डीएम ने अपने रडार पर लिया है। जल्द ही आपूर्ति से जुड़े अन्य अफसरों से भी स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।
अधिकारियों को इसलिए लिया गया रडार पर
शहर में बड़े स्तर पर अनाज की कालाबाजारी हो रही थी। जीरोमाइल क्षेत्र के गोपालपुर रोड में हवाई अड्डा के समीप जहां से अनाज की कालाबाजारी का पर्दाफाश हुआ, वह काफी चहलपहल वाली जगह है। राइस मिल के आगे धर्मकांटा है और समीप में एक अन्य कार्यालय भी है। मिड-डे-मील का गोदाम भी इसी जगह है। आरोप है कि धर्मकांटा की आड़ में ही गोदाम में सरकारी अनाज के ट्रकों को प्रवेश कराया जाता था। और तो और, धान अधिप्राप्ति के लिए प्रखंड से लेकर जिलास्तर के अफसर यहां आकर राइस मिल की जांच भी करते थे। फिर भी इतने बड़े स्तर पर अनाज की कालाबाजारी होती रही और अफसर बेखबर रहे। इससे अधिकारी भी संदेह के घेरे में आ गए और अब पूछताछ की प्रक्रिया शुरू की गई है।