बिहार में नहीं बढ़ेगी बिजली की दरें
बिहार के बिजली उपभोक्ताओं को राहत मिली है। एक अप्रैल 2016 से मौजूदा दर पर ही बिजली मिलेगी। नार्थ व साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी की ओर से 2016-17 के लिए दायर अलग-अलग याचिका की सुनवाई के बाद...
बिहार के बिजली उपभोक्ताओं को राहत मिली है। एक अप्रैल 2016 से मौजूदा दर पर ही बिजली मिलेगी। नार्थ व साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी की ओर से 2016-17 के लिए दायर अलग-अलग याचिका की सुनवाई के बाद बिहार विद्युत विनियामक आयोग ने मौजूदा टैरिफ में कोई बदलाव नहीं किया है। बिजली कंपनी ने 7 से 7.8 फीसदी तक बिजली दर में वृद्धि का प्रस्ताव दिया था।
सोमवार को बिहार विद्युत विनियामक आयोग के अध्यक्ष शक्ति सिंह नेगी ने अपने दोनों सदस्यों एसके झा व राजीव अमित की मौजूदगी में बिजली दर में कोई बदलाव नहीं होने की घोषणा की। घाटे की भरपाई के लिए कंपनी को संचरण-वितरण नुकसान कम करने को कहा गया है।
अध्यक्ष ने अपने फैसले में कहा कि प्रीपेड मीटर लेने वाले उपभेाक्ता अगर एडवांस राशि देते हैं तो कंपनी को उस पर सूद देना होगा। कुटीर ज्योति यानी बीपीएल परिवार के कनेक्शन लोड की सीमा 100 वाट कर दिया गया है। मीटर से बिजली उपयोग कर रहे व्यवसायिक उपभोक्ताओं को न्यूनतम मासिक शुल्क के बजाए खपत के अनुसार ही बिजली बिल देना होगा। होडिंर्ग व विज्ञापन वाले बोर्ड लगाने वालों के लिए एक अलग श्रेणी एनडीसएस चार बनाया गया है। इससे प्रचार-प्रसार करने वालों को अब बिजली बिल में अधिक खर्च करने होंगे।