केंद्रीय विद्यालय के अभिभावकों ने बैठक का किया बहिष्कार
केंद्रीय विद्यालय के शिक्षकों के तबादलने को रोकने की मांग पर अड़े अभिभावकों व स्कूल प्रबंधन के बीच कक्षा चलने पर कोई राय कायम नहीं हो सकी। स्कूल प्रबंधन ने कक्षा शुरू करने के लिए शनिवार को...
केंद्रीय विद्यालय के शिक्षकों के तबादलने को रोकने की मांग पर अड़े अभिभावकों व स्कूल प्रबंधन के बीच कक्षा चलने पर कोई राय कायम नहीं हो सकी। स्कूल प्रबंधन ने कक्षा शुरू करने के लिए शनिवार को अभिभावकों की बैठक बुलाई थी। बैठक का बहिष्कार करते हुए अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन से अगली बैठक में डीएम के साथ बात करने की मांग रखी है।
केंद्रीय विद्यालय में बच्चों की कक्षा फिर से शुरू करने पर अभिभावक व स्कूल प्रबंधन में सहमति नहीं बन सकी। अभिभावक तबादला किये गए शिक्षकों के वापसी की मांग पर अड़े रहे। बैठक में आये अभिभावक डीएम के न आने से मायूस थे और अगली बैठक में उन्हें बुलाने की मांग स्कूल प्रबंधन से की। अगली बैठक में उनकी उपस्थिति की मांग करते हुए ही उन्होंने बैठक का बहिष्कार कर दिया। इस दौरान सहायक आयुक्त की पहल को भी अभिभावकों ने सिरे से नकार दिया।
प्राचार्य की गिरफ्तारी व शिक्षकों के तबादले के विरोध में आंदोलन कर रहे छात्रों के अभिभावकों की बैठक बुलाई गई थी। 11वीं और 12वीं कक्षा के बच्चों के अभिभावकों ने कहा कि हमें सूचना दी गई थी कि डीएम भी इस बैठक में रहेगें। डीएम स्कूल प्रबंधन के अध्यक्ष हैं, हम उनके सामने ही अपनी बात रखेंगे। लगभग एक घंटे तक स्कूल प्रबंधन और अभिभावकों में बहस होती रही। शिक्षकों के तबादले के विरोध में एकमत अभिभावकों के आक्रोश का सामना सहायक आयुक्त को भी करना पड़ा।
सत्र के अंत में शिक्षकों के तबादले का छात्रों पर पड़ेगा असर
बैठक की शुरूआत में अभिभावक इस शर्त पर सोमवार से कक्षा चलने देने पर तैयार हुए कि शिक्षकों का तबादला रोकने का आदेश जारी किया जाए। सहायक आयुक्त संतोष कुमार के आश्वासन दिया की उनकी मांग ऊपर तक पहुंचा दी गई है। सुनकर अभिभावक उखड़ गए। इसके बाद अभिभावकों ने इस बैठक के बहिष्कार का निर्णय लिया। सहायक आयुक्त ने जब अभिभावकों से पूछा कि कक्षा चले या नहीं, तो अभिभावकों का जवाब था कि सत्र के अंत में शिक्षकों का तबादला कर हमारे बच्चों का भविष्य बर्बाद मत कीजिए।