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पातेपुर के इंदिरा आवास पर्यवेक्षक की मौत के बाद भड़के आवास सहायक

पातेपुर के इंदिरा आवास पर्यवेक्षक की सड़क हादसे में मौत की जानकारी मिलते ही मंगलवार की सुबह जिले के कई प्रखंडों के पर्यवेक्षक और आवास सहायक हाजीपुर पहुंच गए। उन्होंने शुरू में शव का पोस्टमार्टम भी...

पातेपुर के इंदिरा आवास पर्यवेक्षक की मौत के बाद भड़के आवास सहायक
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 05 Jan 2016 09:02 PM
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पातेपुर के इंदिरा आवास पर्यवेक्षक की सड़क हादसे में मौत की जानकारी मिलते ही मंगलवार की सुबह जिले के कई प्रखंडों के पर्यवेक्षक और आवास सहायक हाजीपुर पहुंच गए। उन्होंने शुरू में शव का पोस्टमार्टम भी नहीं होने दिया। अपने साथी की मौत से भड़के पर्यवेक्षकों और सहायकों ने शहर के गांधी चौक और अनवरपुर चौक को जाम कर वाहनों की आवाजाही ठप कर दी। इस दौरान मेन रोड पर टायर जलाकर जमकर विरोध किया। वे पातेपुर के बीडीओ पर पर्यवेक्षक को प्रताड़ित करने का आरोप लगा रहे थे।

इधर कार्यालय जाने के समय मेन सड़क पर जाम और आगजनी के कारण अफरातफरी का माहौल कायम हो गया। गांधी चौक से अनवरपुर चौक तक आक्रोशित कर्मियों ने बबाल मचाया जिससे शहर की स्थिति हंगामेदार रही। करीब चार घंटे तक जाम रहा और पुलिस मूकदर्शक बनी रही। बाद में पर्यवेक्षकों का एक प्रतिनिधिमंडल डीएम से मिला और एक ज्ञापन सौंपकर पातेपुर के बीडीओ पर कई आरोप लगाते हुए बर्खास्त करने की मांग की।

सोमवार को सड़क हादसे में हुई थी मौत
बिदुपुर थाने के मंसूरपुर गांव निवासी छोटेलाल राम का पुत्र रविभूषण कुमार पातेपुर प्रखंड में इंदिरा आवास पर्यवेक्षक था। सोमवार को पातेपुर से घर लौटने के दौरान बरांटी ओपी के बाकरपुर गांव के समीप ट्रैक्टर की ठोकर से वह बाइक से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया था। स्थानीय लोग उसे देर रात में इलाज के लिए यहां सदर अस्पताल लेकर पहुंचे। सदर अस्पताल के डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

रविभूषण की मौत की सूचना मिलते ही पातेपुर के बीडीओ भृगुनाथ सिंह देर रात में ही सदर अस्पताल पहुंचे। इधर मृतक के परिजन भी उस समय तक सदर अस्पताल पहुंच गए थे। बीडीओ ने डीएम से आदेश लेकर शव का पोस्टमार्टम कराने का प्रयास किया गया लेकिन परिजनों द्वारा विरोध करने पर रात में शव का पोस्टमार्टम नहीं हो सका।

भड़क उठे मृतक के साथी पर्यवेक्षक
रविभूषण कुमार की मौत की जानकारी मिलते ही जिले के कई प्रखंडों के पर्यवेक्षक व आवास सहायक सदर अस्पताल पहुंच गए। अस्पताल में मृतक के परिजन चित्कार मारकर रो रहे थे। महिलाओं के रोने और चिल्लाने की आवाज से पूरे अस्पताल परिसर में कोहराम मचा हुआ था। इसी बीच किसी ने पातेपुर बीडीओ द्वारा रविभूषण के साथ गाली-गलौज करते हुए एक ऑडियो क्लिप युनाया। एक पर्यवेक्षक ने रविभूषण को प्रताड़ित किए जाने से संबंधित बीडीओ के पत्र की कॉपी दिखाई।

पत्र और ऑडियो क्लिप ने आग में घी का काम किया। वहां जुटे पर्यवेक्षक और सहायक भड़क गए और बीडीओ के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सदर अस्पताल से हंगामा किया और गांधी चौक पर पहुंच गए। सड़क जाम कर वाहनों की आवाजाही ठप कर दी। टायर जलाकर विरोध-प्रदर्शन करते हुए पातेपुर के बीडीओ को रविभूषण की मौत का जिम्मेवार बताते हुए बर्खास्त करने की मांग करने लगे। बाद में कुछ पर्यवेक्षकों ने अनवरपुर चौक पर भी टायर जलाकर विरोध जताया।

डीएम को सौंपा ज्ञापन
रविभूषण की मौत को लेकर सड़क पर उतरे उसके साथी पर्यवेक्षकों ने लगभग चार घंटे तक सड़क जाम कर विरोध-प्रदर्शन किया। इसके बाद पर्यवेक्षकों का एक प्रतिनिधिमंडल डीएम से मिला और ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के साथ बीडीओ द्वारा रविभूषण के साथ अभद्र व्यवहार किए जाने की एक ऑडियो क्लिप कह सीडी भी दी। ज्ञापन में पातेपुर के बीडीओ द्वारा पर्यवेक्षकों व सहायकों को प्रताड़ित करने के अलावा कई तरह के आरोप लगाते हुए उन्हें बर्खास्त करने की मांग की गयी।

साथ ही आवश्यक कार्रवाई नहीं होने पर सामूहिक रूप से त्यागपत्र देने की चेतावनी दी गयी। डीएम को दिए गए ज्ञापन की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री, ग्रामीण विकास मंत्री, मानवाधिकारआयोग, उपविकास आयुक्त, महादलित मिशन आयोग के अध्यक्ष, अनुसूचित जाति के अध्यक्ष सहित संबंधित पदाधिकारियों को भेजी गई। हाजीपुर, गोरौल, राघोपुर, बिदुपुर, जंदाहा, देसरी,भगवानपुर सहित कई प्रखंडों के पर्यवेक्षकों और सहायकों ने बीडीओं द्वारा प्रताड़ना की घटना पर विरोध जताया। 

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