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गंगा में रेत के जमाव से बिहार में आई बाढ़: नीतीश

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार में बाढ़ की जो ताजा स्थिति पैदा हुई है, उसका मूल कारण है गंगा में रेत का जमाव। ऐसे में केंद्र सरकार नदियों में गाद के प्रबंधन के लिए नीति बनाए और तत्काल इस...

गंगा में रेत के जमाव से बिहार में आई बाढ़: नीतीश
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 21 Aug 2016 10:21 PM
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार में बाढ़ की जो ताजा स्थिति पैदा हुई है, उसका मूल कारण है गंगा में रेत का जमाव। ऐसे में केंद्र सरकार नदियों में गाद के प्रबंधन के लिए नीति बनाए और तत्काल इस पर काम शुरू करे।  

रविवार बाढ़ राहत कार्यों की समीक्षा करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि फरक्का बांध बनने के बाद से यह स्थिति पैदा हुई है। मैं दस वर्षों से इस सवाल को केंद्र के समक्ष उठा रहा हूं पर अभी तक कोई पहल नहीं की गई। इसका खामियाजा बिहार उठाता है। उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण भी किया। 

कम हो गई है गंगा की गहराई
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें पैसा नहीं चाहिए। हमारी एक ही मांग है कि नदियों में जमे रेत को निकालने का केंद्र रास्ता निकाले। फरक्का बांध बनने के पहले पानी के बहाव के साथ रेत बंगाल की खाड़ी में जाता था। फरक्का बांध से सिल्ट का जमाव बढ़ता चला गया है। उसके चलते गंगा की गहराई घटती जा रही है। नतीजा है कि जो भी पानी गंगा में आता है, वह तटवर्ती क्षेत्रों में फैल जाता है। 

सहानुभूति के शब्द से नहीं चलेगा काम
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र में बैठे लोगों की सहानुभूति के शब्द कह देने से काम नहीं चलेगा। सचमुच सहानुभूति है तो राष्ट्रीय गाद प्रबंधन नीति बनाकर तत्काल उस पर कदम बढ़ाएं। मैं अपील करुंगा कि केंद्रीय आपदा से जुड़े लोग और जल संसाधन मंत्रालय के अधिकारी आकर स्वयं देखें कि बिहार में गंगा में पहले की गहराई क्या थी और आज क्या है। यही उपयुक्त समय है। मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे तब भी और अब नरेंद्र मोदी के समय भी हमने इस प्रश्न को उठाया है।

सुबह तक जल स्तर बढ़ने की आशंका
मुख्यमंत्री ने बताया कि बाण सागर से काफी मात्रा में पानी छोड़ा गया है। आशंका है कि मध्य रात्रि अथवा सोमवार की सुबह तक वह पानी इंद्रपुरी के पास पहुंच जाएगा। इससे बिहार में जो जलस्तर घटा है, वह फिर बढ़ेगा। जरूरत रहती है तो करार के मुताबिक हमें पानी नहीं मिलता है। अब मध्यप्रदेश में तेज वर्षा हुई है तो वे पानी छोड़ेंगे ही। हम उन्हें मना भी नहीं कर सकते हैं। 

पटना शहर में पानी घुसने का खतरा नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना शहर में पानी घुसने का अभी तक कोई खतरा नहीं है। एहतियात के तौर पर शहार के सारे ड्रेनेज बंद कर दिए गए हैं, ताकि बाढ़ का पानी शहर के अंदर न आए। 

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