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वेतन नही दिया तो दे दो आत्महत्या करने का ही अधिकार

जिले के सात हजार शिक्षकों ने आत्महत्या का अधिकार मांगा है। नियोजित शिक्षकों ने राष्ट्रपति, राज्यपाल व राष्ट्रीय मानवाधिकार को पत्र लिखा है। पांच माह का वेतन नहीं मिलने से परेशान नियोजित शिक्षकों ने...

वेतन नही दिया तो दे दो आत्महत्या करने का ही अधिकार
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 01 Apr 2017 01:32 PM
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जिले के सात हजार शिक्षकों ने आत्महत्या का अधिकार मांगा है। नियोजित शिक्षकों ने राष्ट्रपति, राज्यपाल व राष्ट्रीय मानवाधिकार को पत्र लिखा है। पांच माह का वेतन नहीं मिलने से परेशान नियोजित शिक्षकों ने यह कदम उठाया है। जिले में लगभग सात हजार शिक्षक नवम्बर से ही वेतन के लिए चक्कर काट रहे हैं। परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष वंशीधर व्रजवासी समेत कई शिक्षकों ने पत्र में लिखा है कि वेतन नहीं मिलने से शिक्षकों के सामने अब मौत के अलावा कोई रास्ता नहीं है। सरकार वेतन नहीं दे रही है। ऐसे में उन लोगों को आत्महत्या का अधिकार दिया जाए।

दो महीने में एक दर्जन शिक्षकों की मौत : दो महीने में एक दर्जन शिक्षकों की मौत जिले में इलाज के अभाव में हुई है। लगभग दो सप्ताह पहले गरहां चौक पर दो शिक्षकों की सड़क हादसे में मौत हुई। एक महीने पहले म.वि. दक्षिण के दीपक कुमार, ब्रह्मस्थान के सचिन कुमार की मौत एक्सीडेंट में हुई।

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