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जिले में लापरवाह आशा को करें कार्यमुक्त

जिलाधिकारी हिमांशु शर्मा ने साफ कह दिया है कि लापरवाह और समय काटने वाली आशा कार्यकर्ता को तुरंत कार्यमुक्त करें। साथ ही अच्छे कार्य करने वाली आशा को प्रोत्साहित करने की योजना तैयार करें। डीएम शनिवार...

जिले में लापरवाह आशा को करें कार्यमुक्त
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 17 Dec 2016 11:36 PM
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जिलाधिकारी हिमांशु शर्मा ने साफ कह दिया है कि लापरवाह और समय काटने वाली आशा कार्यकर्ता को तुरंत कार्यमुक्त करें। साथ ही अच्छे कार्य करने वाली आशा को प्रोत्साहित करने की योजना तैयार करें। डीएम शनिवार को समाहरणालय स्थित आत्मन कक्ष में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ विभागीय कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। इसमें सिविल सर्जन डॉ. एनके ओझा समेत कई अधिकारी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन और नसबंदी पर फोकस करने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि सुरक्षित मातृत्व के लिये प्रखंड स्तर पर प्रत्येक गर्भवती महिलाओं को दी जाने वाली सुविधाओं का ख्याल रखने पर जोर दिया। डीएम ने कहा कि 30 लाख की आबादी वाले जिले में अब तक मात्र 36 पुरुष नसबंदी होना चिंता का विषय है। जागरूकता में कमी है। उन्होंने तीन माह के दौरान अकार्यशील आशा की सूची तैयार करने को कहा है। परिवार नियोजन समीक्षा क्रम में डीएम ने कहा कि जोकीहाट में सप्ताह में तीन दिन किसी सर्जन की पोस्टिंग करें ताकि आपरेशन शुरू हो सके। नियमित टीकाकरण की समीक्षा के दौरान डीएम ने पाया कि जिले में 76 फीसद उपलब्धि है। इसपर तो डीएम ने संतोष जताया पर रानीगंज, फारबिसगंज, जोकीहाट और नरपतगंज के प्रगति पर नाराजगी जाहिर की। संबंधित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को आवश्यक निर्देश दिया। कालाजार विषय पर बताया गया कि इस वर्ष अब तक 273 मरीज ही मिले हंै। डीएम ने कहा कि इसमें अच्छा काम हो रहा है, सरकार के 2017 तक देश को कालाजार मुक्त बनाने में हम सक्रिय सहयोग दें। फारबिसगंज ट्रामा सेंटर के बारे में कहा कि वहां 10 के बदले 30 बेड का बनना चाहिए। उन्होंने सभी सरकारी डॉक्टरों से निजी डॉक्टरों को सरकारी अस्पतालों में सेवा देने के लिए प्रेरित करने का निर्देश दिया। बैठक में डीएस डॉ जेएन प्रसाद, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. एपी सिंह, डीएचएस डीपीएम रेहान अशरफ, एड्स डीपीएम अखिलेश्वर सिंह सहित कई अधिकारी मौजूद थे।

पहले आशा का भुगतान, फिर सैलरी लें डॉक्टर: डीएम हिमांशु शर्मा ने बैठक के दौरान कहा कि सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी पहले आशा कार्यकर्ताओं का प्रोत्साहन राशि का भुगतान करेंगे। इसके बाद हॉस्पिटल के किसी स्टाफ या डॉक्टर का सैलरी बनेगा।

कण्ट्रोल रूम के जरिये होगी कम वजन वाले नवजात की देखभाल: बैठक में डीएम ने कहा कि जिलास्तर पर जल्द एक कण्ट्रोल रूम स्थापित करें। जिले के किसी कोने में कम वजन वाले बच्चे की सूचनाओं का आदान प्रदान उसी माध्यम से होगा।

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