सदर अस्पताल की लापरवाही, गेट पर महिला ने दिया मृत बच्चे को जन्म
सदर अस्पताल में प्रसव कक्ष के कर्मियों की लापरवाही एक बार फिर सामने आ गयी। बताया जा रहा है कि गम्हरिया प्रखंड के भेलवा वार्ड 2 निवासी निटू यादव ने पत्नी अस्मिता देवी को प्रसव के लिये गम्हरिया पीएचसी...
सदर अस्पताल में प्रसव कक्ष के कर्मियों की लापरवाही एक बार फिर सामने आ गयी। बताया जा रहा है कि गम्हरिया प्रखंड के भेलवा वार्ड 2 निवासी निटू यादव ने पत्नी अस्मिता देवी को प्रसव के लिये गम्हरिया पीएचसी में भर्ती कराया। जहां चिकित्सकों ने गंभीर स्थिति को देखते हुए एम्बुलेंस से सदर अस्पताल भेज दिया।
सदर अस्पताल के प्रसव कक्ष में नर्सों और ममता ने प्रसूता की जांच की। जांच के दौरान प्रसूता की पेट में बच्चे को मृत होने की बात कही। घबराये परिजनों ने सफाई के लिये एएनएम सहित अन्य से गुहार लगायी। लेकिन अस्पताल कर्मियों और एएनएम ने उसे प्राइवेट अस्पताल जाने का सुझाव दिया। दर्द से कराहती पीड़िता ज्यों ही प्राइवेट अस्पताल के लिये पैदल ही जाने लगी।
दर्द बढ़ता देख अस्पताल के मेन गेट के पास ही एक बैंच पर पीड़िता बैठ गयी। इसी दौरान कुछ महिलाओं ने गेट पर साड़ी टांग दी। अस्पताल जा रही एक ममता को कुछ लोगों ने रोक कर मदद की गुहार लगायी। ममता ने मानवता का परिचय देती हुई पीड़िता की मदद की और मृत बच्चे को बाहर किया। आखिरकार इस तरह अस्मिता की जान बच गयी। इसी दौरान फिर से प्रसूता को सदर अस्पताल में इलाज के लिये भर्ती किया।