इमरजेंसी वार्ड के कर्मियों को लगायी फटकार
डीएम के निर्देश पर गुरूवार को प्रभारी सिविल सर्जन डा. नौशाद अहमद, डीपीएम सुधांशु लाल नारायण व अन्य स्वास्थ्य पदाधिकारी ने सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। पदाधिकारियों ने इमरजेंसी वार्ड का निरीक्षण...
डीएम के निर्देश पर गुरूवार को प्रभारी सिविल सर्जन डा. नौशाद अहमद, डीपीएम सुधांशु लाल नारायण व अन्य स्वास्थ्य पदाधिकारी ने सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। पदाधिकारियों ने इमरजेंसी वार्ड का निरीक्षण किया।
इस दौरान सीएस ने इमरजेंसी, इमरजेंसी वार्ड के रूम की साफ-सफाई सही ढंग से नहीं किए जाने पर अस्पताल पदाधिकारी व कर्मियों को कड़ी फटकार लगाई। साथ ही उन्होंने इमरजेंसी वार्ड में बल्ब लगाने, इमरजेंसी रूम में बेड पर लगे प्लास्टिक को बदलने, पर्दा बदलने आदि का निर्देश दिया। इसके बाद उन्होंने सदर अस्पताल परिसर के साफ-सफाई का भी निरीक्षण किया।
उन्होंने उपस्थित कर्मियों को निर्देश दिया कि अस्पताल के हर कोने की साफ-सफाई प्रत्येक दिन होनी चाहिए। सीएस ने कहा कि अस्पताल में लगे दवा की लिस्ट में प्रत्येक दिन जो दवा उपलब्ध है उसकी सूची लगी होनी चाहिए। उन्होंने पुराने हो चुके कई फ्लैंक बोर्ड को भी बदलने का निर्देश दिया। मौके पर प्रभारी सिविल सर्जन डा. अहमद ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्तर से राष्ट्रीय गुणवत्ता यकीन मानक के आधार पर प्रमाणित के लिए सदर अस्पताल एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सोनो का चयन किया गया है।
सदर अस्पताल के उपरोक्त मानकों के अनुसार 18 विभागों का मूल्यांकन करने पर मानक 12972 अंक के विरूद्ध 6997 अंक प्राप्त किया गया है। उन्होंने कहा कि डीएम द्वारा दिये गए निर्देश के अनुसार जिस विभागों का अंक औसत 55.95 प्रतिशत से कम है उन विभागों का प्रत्येक मानक सदर अस्पताल को उपलब्ध करवाना है। डीएम द्वारा अंक के आधार पर आकस्मिक, ओपीडी, शिशु विभाग, एसएनसीयू में आवश्यक सुधार करने का कार्य किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि डीएम ने यह भी निर्देश दिया है कि एक संस्थान के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक, अस्पताल प्रबंधक एवं केंद्र के प्रखंड प्रबंधक किसी अन्य प्रखंड जाकर मानक प्रपत्र के अनुसार मूल्यांकन कर 15 दिनों के अंदर रिपोर्ट जिला को समर्पित करेंगे। इस जांच का सेंटर जिला कार्यक्रम प्रबंधक कार्यालय को प्रेषित करेंगे। डीएम ने यह भी निर्देश दिया है कि परिवार कल्याण ऑपरेशन के पूर्व सभी प्रकार के जांच का अभिलेख, सहमति पत्र एवं ऑपरेशन के पश्चात प्रपत्र का वितरण सुरक्षित रखा जाना है। इस दौरान अस्पताल प्रबंधक उपेंद्र कुशवाहा सहित कई कर्मी मौजूद थे।